बसन्त चन्द्रा, जांजगीर चाम्पा डभरा : जांजगीर-चांपा जिले के जनपद पंचायत डभरा में प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है प्रधानमंत्री आवास की किस्त,
जी हां हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत डभरा की जहां भ्रष्टाचार की इतनी मोटी परत कि गरीबों की तकलीफ जनप्रतिनिधियो या अधिकारियों कॊ नहीं दिख रही है,प्रधानमंत्री आवास योजना जिसके तहत 2022 तक सभी ग्रामीणों को पक्के मकान देने का सपना देख रही भारत सरकार लगता है पूरा नहीं हो पाएगा,जनपद पंचायत डभरा के कई ग्राम पंचायतों में अधिकांश प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास की पहली या ,दुसरी या तिसरी किस्त नहीं मिल पाया है,और जिनके खाते में किस जा चुका है उनके खाते को भी जनपद पंचायत डभरा द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है,
नियम कानून का हवाला देकर भगा दिया जाता है…
कई ग्राम पंचायतों में हितग्राहीअपना मकान तोड़ कर झोपड़ी पर रहने पर मजबूर हैं,, ग्राम पंचायतों में हितग्राहियों को पहले किस्त के बाद दुसरा किस्त नसीब नहीं हुआ है,और हितग्राही प्रीन्ट लेबल पर अटके हुए है ,,अब ए बेचारे भरी बरसात मे छोट छोटे बच्चों के साथ झोपड़ी मे निवास करने पर मजबुर है,इन्हे अपने परिवार की सुरक्षा की चिन्ता सता रही है,जब इसकी शिकायत लेकर जनपद सी०ई०ओ० के पास ग्रामीण जाते हैं तो उन्हें नियम कानून का हवाला देकर भगा दिया जाता है, या कहिए कि जनपद पंचायत डभरा में बाबू गिरी कर राज इतना हावी हो गया है
ग्रामीण अपनी व्यथा बताते बताते उनके आंख से आंसू आ गए…
यहां सत्ता पार्टी के प्रतिनिधियों की भी नही चल रहा है,और यहां के बाबू अधिकारी को अपनी उंगलियों पर नचा रहे हैं जनपद पंचायत डभरा के सी०ई०ओ० बसंत चौबे जी हमेशा बोला करते हैं हमारे कर्मचारी अनुभवी है उनसे बेहतर मैं नहीं जान पाऊंगा,इसका मतलब क्या है आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं, इस संबंध में जब हमने ग्रामीणों से पूछा तो उन्होंने अपनी व्यथा बताते बताते उनके आंख से आंसू आ गए ,
5-6 घण्टे बाद बोल दिया सर्वर डाउन है कल आईए!
जनपद पंचायत डभरा में वर्तमान में जनपद अध्यक्ष सत्तारूढ़ पार्टी समर्पित अर्थात कांग्रेसी पार्टी से अध्यक्ष पत्रिका दयाल सोनी हैं उनके द्वारा भी प्रयास किया जा रहा है परंतु बाबू गिरी इतनी हावी हो गई है कि उनकी भी नहीं चल पा रही हैं अक्सर जनपद पंचायत डभरा में एक बात सुनने को मिलता है कि हाईकमान का आदेश है कि बिना अनुमति के किसी की खाते का लाक न खोला जाए इस तरह से डभरा जनपद पंचायत का हाल है,और अगर कोई हितग्राही अपना खाते का लाक खोलने का आवेदन देता है तो 5-6घण्टे कार्यालय मे घुमाने के बाद बोल दिया जाता है की सर्वर डाउन है कल आईए,कल फिर उसे वही 5-6- घण्टे की प्रक्रिया से गुजरना पडता है,लोग अपना खेती किसानी ला काम छोडकर जनपद कार्यालय का चक्कर काटने मजबुर है
एक तरफ छ०ग० सरकार किसान न्याय योजना चला रही ही और इस योजना का जिस खाते मे पैसा आ रहा है उसे जनपद वाले काल कर दिये है,अब आप ही बताईए न्याय है या अन्याय
बाबु अपने आप को मंत्री का रिस्तेदार बता बनाए हुए दबदबा…
प्राप्त सुत्रॊ से पता चला है की जनप पंचायत डभरा के सी०ई० ओ० के रिस्तेदार की सी बडे औधे पर बैठे है इस वजह से इन्हे जिला के अधिकारी भी कुछ कहने से झिझकते है,और यहां के बाबु अपने आप कॊ मंत्री का रिस्तेदार बता कर दबदबा बनाए हुए है,इस बात मे कितनी सच्चाई है इसका पता तो तब चलेगा जब उच्चाधिकारी इन पर किस प्रकार कार्यवाही करते है अगर न्ययसंगत कार्यवाही हुआ तो सुचना गलत है नही तो,सच आपके सामने है
पत्रिका दयाल सोनी( ज०प०अध्यक्ष) :–
हमारे द्वारा पत्र लिख कर शासन प्रशासन से प्रधानमंत्री आवास का पैसा मांगा गया है जल्द ही आने की सम्भावना है,रही बात खाता लाक करने की तो उसे उसे जल्द ही खोला जागेगा इसके लिए जिला कलेक्टर महोदया से चर्चा कि जा रही है।
बसन्त चौबे ( सी०ई०ओ०-ज०प० डभरा )
इनसे जब मोबाइल पर बात किया गया तो इन्होने वही बात दोहराते हुए कहा की मुझे इस बारे मे कोई जानकारी नही है ,मै अपने बाबुओं से बात करके ही कुछ बोल बता सक्ता हूँ