भोपाल। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव व प्रवक्ता सुवेग राठी ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में भारत में बढ़ती बेरोजगारी से भारतीय युवा कांग्रेस बहुत आक्रोशित है। पिछले 50 वर्षों में कभी भी भारतीय युवाओं को ऐसे काले दिन नहीं देखने पड़े हैं। Covid19 के बुरे प्रबंधन और मोदी सरकार द्वारा अनियोजित लॉकडाउन ने इस समस्या को केवल बदतर ही किया है, जिससे इस दौरान 12 करोड़ से अधिक लोगो की नौकरी चली गयी। इस सब के बावजूद केंद्र सरकार विभिन्न विभागों में 10 लाख से अधिक रिक्त पदों पर रोक लगाए हुए है। कई राज्यों ने शासनादेश जारी कर कहा है कि आने वाले 1 से 2 वर्ष तक सरकार कोई सरकारी नौकरी नही देगी।
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि भारत में आज 30 करोड़ से ज्यादा बेरोजगार लोग हैं। अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार इस पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है या यहां तक कि मानने को भी तैयार नही हैं कि बेरोजगारी देश के सामने एक समस्या है।
युवा लोगों में आत्महत्या की बढ़ती संख्या एक खतरनाक संकेत है जिसका कारण बेरोजगारी है। भारत में हर राज्य में लाखों शिक्षित और कुशल युवा हैं जो योग्यतानुसार रोजगार के अवसरों की मांग कर रहे हैं। क्या एक लोकतांत्रिक सरकार से इतनी आस रखना गलत है? युवाओं में ड्रग्स, अपराध और नफरतगर्दी के बढ़ते मामलों को बेरोजगारी की समस्या से अलग नहीं किया जा सकता है।
अब बस बहुत हो गया है!
यूथ कांग्रेस ने इस मुद्दे को अगस्त के दौरान पूरी ताकत से उठाने का फैसला किया है। हम सो रही भारत सरकार को जगाने के लिए सभी राज्यों की सभी विधानसभाओं और जिलों में विरोध प्रदर्शनों और कार्यक्रमों करेंगे।
श्रीनिवास, राहुल राव व सुवेग राठी ने कहा कि :-
हमारी माँग है
*”रोज़गार दो”*
*आज दो अभी दो*
9 अगस्त 2020 को, युवा कांग्रेस स्थापना दिवस पर हम एक बड़े सोशल मीडिया अभियान के माध्यम से रोजगार की मांग देशभर में उठाएंगे। हम आप सभी से अनुरोध करते है कि अपने-अपने राज्य के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं, वरिष्ठ पत्रकारों, प्रभावशाली युवाओं, आम युवाओं के अधिक से अधिक वीडियो एकत्र करें और 9 अगस्त को विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों पर पोस्ट करें। हम अपने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुरोध करते हैं कि 9 अगस्त को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लाइव जाएं और सरकार से रोजगार देने की मांग उठाएं।
हमें सवाल पूछने की जरूरत है। हमें अपनी आवाज उठाने के लिए युवाओं को संगठित करने की जरूरत है। युवाओं की ताकत को कोई भी चुप नहीं करा सकता।