रायपुर : रायपुर के खम्हारडीह में पूर्व मंत्री डीपी घृतलहरे की बहू और पोती की दोहरे हत्याकांड मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. संपत्ति विवाद और पैसों के लेन-देन के चलते रिश्तेदारों ने ही दोनों की जूते की लेस से गला गोंटकर हत्या की थी. पुलिस ने मर्डर के आरोप में दो आरोपी डॉ. आनंद राय और दीपक सायतोडे को गिरफ्तार किया है. जबकि तीसरा आरोपी अजय राय फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. जमीन बंटवारे को लेकर हो रहे विवाद के कारण नंदोई ने हत्या की पूरी योजना बनाई थी.
हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाने वाले थे…
पुलिस के मुताबिक नेहा घृतलहरे की शादी 2011 में तरूण घृतलहरे के साथ हुआ था. दोनों अपनी 9 वर्षी की बेटी अनन्या घृतलहरे के साथ रायपुर के खम्हारडीह में रह रहे थे. 16-17 एकड़ जमीन विवाद और पैसों के लेन-देन के चलते तीनों आरोपियों ने 30 जनवरी को नेहा को मारने की योजना बनाई. जब उसका पति तरूण घर से बाहर था, तब वो नेहा से मिलने घर गए थे और जमीन का हिस्सा मांग रहे थे. जमीन का हिस्सा नहीं देने पर वो प्लान के तहत वापस उसके घर गए और मां-बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाने वाले थे, उससे पहले ही फोन नहीं लगने पर उनके परिजन उन्हें ढूढंते हुए घर पहुंच गए. घर का दरवाजा बंद था उसे तोड़कर अंदर घुसा गया. घर के अंदर स्टोर रूम में रखा पलंग के नीचे डाॅ. आनंद राय और दीपक कुमार सायतोडे छुपे हुए थे. नेहा और अन्यन्या के बारे में पूछने पर अजय राय के साथ बाहर जाने की बात बताई. लेकिन दोनों की लाश दिवान के अंदर मिली.
तीसरा आरोपी अजय मौके से फरार….
पूरे घटना का मास्टरमाइंड इंजीनियर है, जो अपने डाक्टर भाई और एक साथी (बस कंडेक्टर) के साथ मिलकर खम्हारडीह पहुंचा और मां बेटी को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि डाक्टर अजय और बस कंडेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा आरोपी अजय मौके से फरार होने में कामयाब हो गया है। पुलिस को इस घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी भी मिला है, जिसमें तीन संदिग्ध आते-जाते नजर आ रहे हैं।
टाटा जेस्ट कार से पहुंचे थे हत्यारे
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजय टाटा जेस्ट कार से अपने भाई डाक्टर आनंद और बस कंडेक्टर को लेकर पहुंचा था। किसी को शक ना हो, इसलिए कार को घर से करीब 200 मीटर दूर ले जाकर खड़ा किया गया। तीनों को मालूम था कि मृतका का पति घर पर नहीं है, घर पर अकेली नेहा और उसकी 9 वर्षीय बेटी अनन्या ही मौजूद है। आशंका है कि घर में दोनों ननदोई के साथ नेहा का संपत्ति को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद तीनों ने मिलकर नेहा की गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना के वक्त अनन्या भी मौजूद थी, लिहाजा सबूत मिटाने की वजह से बच्ची की भी हत्या कर दी गयी होगी।
मां-बेटी की हत्या के बाद दोनों की लाश को वाथ टब में डाला गया, ताकि मालूम पड़ सके कि दोनों मरे हैं या नहीं।
मां-बेटी की हत्या के बाद दोनों की लाश को वाथ टब में डाला गया, ताकि मालूम पड़ सके कि दोनों मरे हैं या नहीं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्यारों का प्लान था कि शव को ठिकाने लगा दिया जाये। इसी प्लान के तहत इंजीनियर अजय कार को लाने और घर के करीब पार्क करने की नियत से घर से निकला । लेकिन इसी बीच मृतिका की बहन पहुंच गयी। घर का दरवाजा खुलवाने और नहीं खोलने पर मृतिका की बहन ने खम्हारडीह थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस का सायरन सुनते ही कार में बैठा अजय मौके से फरार हो गया, जबकि घर के भीतर ही डाक्टर आनंद और बस कंडक्टर बंद रह गया।
संपत्ति में हिस्सा और पैसे की मांग करने लगे…
योजना के अनुसार घटना के दिन तीनों अपना-अपना मोबाइल फोन घर में छोड़ कर मृतिका के घर गए, फिर संपत्ति में हिस्सा और पैसे की मांग करने लगे. नेहा के विरोध करने पर तीनों मिलकर नेहा को किचन में गिरा दिए और उसका हाथ से मुंह और गला दबाकर हत्या कर दी. नेहा की पुत्री अनन्या जो टीवी देख रही थी, उसका भी हाथ से मुंह और गला दबाकर हत्या कर दी. दोनों कहीं जिंदा न रह जाए इसलिए अजय राय के जूते के लेश से दोबारा दोनों का गला गोंटा गया. हत्या करने के बाद टब में पानी भरकर दोनों के शव को पानी में डूबा दिए. आरोपियों ने दोनों के शव को कार में डालकर कहीं दूसरे जगह ले जाने की तैयारी कर रहे थे. आरोपी अजय राय पीछे की तरफ से घर के बाहर जाकर कार निकाल रहा था. इसी दौरान अन्य लोगों और परिजनों के आने के कारण अजय राय फरार हो गया. आरोपी डाॅ. आनंद राॅय और दीपक सायतोडे दोनों के शव को बेड (दीवान) के अंदर डाल दिए. इसके बाद दोनों खुद कमरे में छिप गए थे.