मुम्बई : सन्नाटा’ का किरदार निभाकर मशहूर हुए अभिनेता किशोर नांदलस्कर का कोरोना से निधन

मुम्बई : मराठी और हिंदी सिनेमा के चर्चित अभिनेता किशोर नांदलस्कर का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया है। किशोर को कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के बाद ठाणे के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया था, जहां मंगलवार दोपहर करीब 12.30 बजे उनका निधन हो गया।

निर्देशक महेश माजंरेकर की फिल्म ‘जिस देश में गंगा रहता है’ में सन्नाटा का किरदार निभाकर पूरे देश में लोकप्रिय हुए अभिनेता किशोर नांदलस्कर का स्वास्थ्य पिछले कुछ वर्षों से ठीक नहीं चल रहा था। तमाम चिकित्सकीय उपचार के अलावा उनकी बाईपास सर्जरी होने की भी जानकारी उनके निकट संबंधियों ने दी है। किशोर नांदलस्कर ने अपने करियर में करीब 40 नाटकों, 30 फिल्मों और 20 धारावाहिकों में काम किया।

किशोर नांदलस्कर के बारे में मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में जो किस्सा सबसे ज्यादा मशहूर है वह ये कि शुरू के दिनों में वह अपने घर के पड़ोस में मंदिर में सोया करते थे। घर में सदस्यों की संख्या अधिक होने के चलते उन्हें मंदिर प्रांगण में ही सुकून मिलता था। ये बात किसी ने उन दिनों के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख को बताई तो देशमुख ने तुरंत उनके लिए घर की व्यवस्था कराई थी। मंत्रालय में जब उन्हें अपने नए फ्लैट की चाभी मिली तो वह भावुक होकर जोर जोर से रोने लगे थे।

किशोर नांदलस्कर के चर्चित नाटकों में ‘नाना करते प्यार’, ‘विच्छा माझी पुरी करा’, ‘वासूची सासू’ ‘चल आटप लवकर’, ‘भ्रमाचा भोपळा’, ‘पाहुणा’, ‘श्रीमान श्रीमती’, ‘भोळे डॅम्बीस’, ‘वन रूम किचन’ आदि शामिल हैं। मराठी सिनेमा में किशोर ने ‘सारे सज्जन’, ‘शेजारी शेजारी’, ‘हळद रुसली कुंकू हसले’ जैसी फिल्मों से शोहरत हासिल करने के बाद महेश मांजरेकर की फिल्म ‘वास्तव’ से हिंदी सिनेमा में प्रवेश किया।
‘जिस देश में गंगा रहता है’, ‘तेरा मेरा साथ है’, ‘खाकी’ ‘जान जाए पर वचन न जाए’, ‘ये तेरा घर ये मेरा घर’, ‘हलचल’, ‘सिंघम’ जैसी फिल्मों में किशोर के किरदारों को लोगों ने काफी सराहा।

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