राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है मंजिलें…. रास्ते आवाज़ देते हैँ सफर जारी रखो….

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )      

देश में अभी तक 14 राष्ट्रपति बन चुके हैँ और 15वें राष्ट्रपति केनिर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गईं है, मैदान में आदिवासी द्रोपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला होना है।वैसे अभी तक किन राज्यों से कितने राष्ट्रपति बने इस पर एक निगाह डाल लेते हैं।देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद (बिहार)एस राधाकृष्णन(तमिलनाडु)जाकिर हुसैन ( उप्र )(तेलंगाना में जन्म)वी.वी.गिरि तमिलनाडु (ओडिशा में जन्म) फ़खरुद्दीन अली अहमद( असम)नीलम संजीव रेड्डी (आंध्र प्रदेश) जैल सिंह (पंजाब)
आर.वेंकटरमण(तमिलनाडु)शंकर दयाल शर्मा (मप्र ) के.आर.नारायण(केरल)
एपीजे अब्दुल कलाम (तमिलनाडु)प्रतिभा ताई पाटिल( महाराष्ट्र)प्रणब मुखर्जी (पश्चिम बंगाल)रामनाथ कोविंद (उत्तर प्रदेश)बने वहीं कार्यवाहक राष्ट्रपति मो.हिदायत उल्ला (उत्तर प्रदेश में जन्में)बी डी जट्टी (कर्नाटक) शामिल हैं।

तमिलनाडु राज्य से
अधिक राष्ट्रपति…

भारत के 14 वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बने उन्होंने 25 जुलाई 2017 को अपना कार्यभार संभाला। रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में जन्में पहले और दलित समुदाय के दूसरे राष्ट्रपति हैं।हालांकि भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन उत्तर प्रदेश के थे, लेकिन उनका जन्म हैदराबाद में हुआ था और बाद में उनका परिवार उत्तर प्रदेश जाकर बस गया।भारत के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन, आठवें राष्ट्रपति, रामास्वामी वेंकटरमन और ग्यारहवें राष्ट्रपति डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु (या पूर्व मद्रास प्रेसीडेंसी) में हुआ था। इस तरह तमिलनाडु राज्य ने भारत को तीन राष्ट्रपति दिए हैं। हालांकि भारत के चौथे राष्ट्रपति वाराह गिरी वेंकट गिरी, एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित होने वाले एकमात्र व्यक्ति थे, जो कि पूर्व में मद्रास प्रेसीडेंसी / राज्य में राजनीतिक रूप में सक्रिय थे, वाराह गिरी वेंकट गिरी का जन्म ओडिशा में तेलगू ब्राह्मण परिवार में हुआ था।भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार में हुआ था और उन्हें लम्बे समय 26 जनवरी 1950 से लेकर 13 मई 1962 तक कार्य करने का सम्मान प्राप्त है। राजेंद्र प्रसाद को भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में संविधान सभा द्वारा चुना गया था। 1952 में भारत के पहले आम चुनाव के बाद और फिर दोबारा 1957 में वह निर्वाचक मंडली के द्वारा चुने गए थे।डॉ. जाकिर हुसैन भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे, जिन्होंने कम से कम अवधि 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक (2 साल से कम) कार्य किया था। भारत में एक कार्यवाहक राष्ट्रपति होने के चार उदाहरण सामने आए हैं।डॉ. जाकिर हुसैन की मौत के बाद तत्कालीन उप राष्ट्रपति वी.वी. गिरी भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने और 3 मई 1969 से 20 जुलाई 1969 तक कार्यभार संभाला। जब भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति वी.वी. गिरी ने राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था तब तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एम. हिदायतुल्ला ने भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रुप में 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक कार्यभार संभाला था। भारत के पांचवें राष्ट्रपति एफ.ए. अहमद की मृत्यु हो जाने के बाद भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति बी.डी. जट्टी ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रुप में 11 फरवरी 1977 से 25 जुलाई 1977 तक कार्यभार संभाला था। जब राष्ट्रपति जैल सिंह चिकित्सा उपचार के लिए अमेरिका गये हुए थे तब भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति एम.हिदायतुल्ला ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रुप में 6 अक्टूबर 1982 से 31 अक्टूबर 1982 तक कार्यभार संभाला था

28 जिलों में से 19 कलेक्टरों का तबादला…..

आगामी विधानसभा चुनावों को देखकर ही कुल 28जिलों में 19 जिलों के कलेक्टर सहित 37 आईएएस का तबादला किया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश से रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार को अब बिलासपुर का कलेक्टर बना दिया गया है। वहीं दुर्ग के सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे को रायपुर कलेक्टर की जिम्मेदारी मिली है।चर्चित तथा छ्ग सरकार के एक मंत्री की नाराजगी तथा कोयला विवाद के चलते कोरबा कलेक्टर रानू साहू को वहां से हटाकर रायगढ़ का कलेक्टर बना दिया गया है। वहीं सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा को कोरबा कलेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। राजनांदगांव कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा को अब जांजगीर-चांपा का कलेक्टर बनाया गया है।इनकी बतौर कलेक्टर दूसरी पदस्थापना हुई है.वहीं बलौदा बाजार-भाटापारा के कलेक्टर रहे डोमन सिंह को राजनांदगांव की जिम्मेदारी मिली है।डोमन सिंह लगातार 7 जिलों में कलेक्टर बनने का रिकार्ड बनाएंगे। सीएम के गृह जिले दुर्ग की कमान पुष्पेंद्र कुमार मीणा को मिली है। मीणा अभी तक कोण्डागांव के कलेक्टर थे।अब सीएम के गृह जिले में कलेक्टर के साथ आईजी राजस्थान मूल के पदस्थ हो चुके हैँ।इस फेरबदल से जिन जिलों के कलेक्टर प्रभावित हुए हैं उनमें, रायपुर,बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा,कांकेर,राजनांदगांव, कबीरधाम, बस्तर, दुर्ग, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, सरगुजा,बलौदाबाजार-भाटापारा, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा, बालोद, सुकमा,बलरामपुर-रामानुजगंज और मुंगेली शामिल है।

राजनांदगांव जिले को
देश में पहला स्थान…    

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले आकांक्षी जिलों की रेकिंग में कृषि और जल संसाधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति के लिये भारत के नीति आयोग ने देश में पहला स्थान दिया है।वहीं महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने प्रथम स्थान मिला है।मिशन डायरेक्टर राकेश रंजन ने छ्ग के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर राजनांदगांव जिले में किये गए कार्यों की सराहना कर कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा और उनकी टीम की प्रशंसा कर उन्हें गुड सर्विस एंट्री देने की सिफारिश की है।साथ ही 3करोड़ का अतिरिक्त आबंटन भी किया है।वहीं भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास की संयुक्त सचिव तृप्ति गुरहा ने छ्ग के सीएस को पत्र प्रेषित कर साझा किया है कि छ्ग के राजनांदगांव जिला को महिला एवं बाल विकास के कार्यों में देश के सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों में से एक की श्रेणी में रखा गया है।

क्रिप्टोकरेंसी धोखाधडी
सुलझाने में बड़ी सफलता….   

तीन महीने के भीतर ही राजनांदगांव पुलिस द्वारा प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी धोखधड़ी “शा झू पान“ (चीनी में अर्थ – रोमांटिक घोटाला) मामले को सुलझा लिया है।डॉ अभिषेक पाल,राजनांदगांव ने पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से इस इस नए तरह के अपराध की शिकायत की।इस पर थाना कोतवाली में अपराध दर्ज किया गया था.एसपी के नेतृत्व में जाँच शुरू की गईं।संदिग्ध “एना-ली“ ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर पीड़ित डॉ अभिषेक पाल से दोस्ती की और फिर पीड़ित को विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मेटाट्रेडर-5 में निवेश करने के लिए एक ब्रोकर ऑर्डे कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड जोकि लंदन में पंजीकृत एक शेल कंपनी है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर करने के लिए एक्सचेंज बायनेंस से एक फर्जी वेबसाइट के माध्यम से बायनेंस से क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर धोखा दिया। पीड़ित ने मेटाट्रेडर-5 में 35,000 $ अमरीकी डालर की राशि 31 लाख रुपये का निवेश किया था और उसका पोर्टफोलियो बढ़कर 107825 $ अमरीकी डालर हो गया था। बाद में, जब पीड़ित ने अपना रूपये निकालने की कोशिश की, तो संदिग्ध ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया.शा झू पान’ घोटाला एक प्रकार का घोटाला है जो आमतौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया में उत्पन्न होता है, जो अक्सर चीन से होता है। उक्त ठगी की मुख्य विशेषता यह है कि संदिग्ध पीड़ित को धोखा देने के लिए पीड़ित के साथ धीरे-धीरे दोस्ती का संबंध बनाता है।

सुरक्षाबल की बटालियन और
सामाजिक सरोकार…    

पहले बस्तर में कहा जाता था कि नक्सली और सुरक्षा बलों के बीच आदिवासी ग्रामीण पिस रहे हैं पर अब बस्तर के धूर नक्सली प्रभावित बीजापुर में हवा बदल रही है….छ्ग शस्त्र बल की एक बटालियन में करीब 100बच्चे आकर पढ़ाई करते हैँ, उन्हें बटालियन के लोग न केवल पढ़ाते हैं…ई क्लास में बच्चे पढ़ते तो हैँ हीं साथ ही ई ट्यूब से इसका विस्तारअन्य शिक्षण संस्थाओं तथा बच्चों को भी किया जाता है।पढ़ाने वाले छ्ग पीएससी की खुद के लिये तैयारी करते हैं.. अब ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी नवोदय स्कूलों तथा सैनिक स्कूलों में पढ़ने की भी पूरे मनोयोग से तैयारी कर रहे हैं….. बच्चों का पढ़ाई के प्रति रुझान बढ़ रहा है यह नक्सली प्रभावित क्षेत्र के लिये अच्छा संकेत है।ग्रामीण बटालियन के स्वास्थ केंद्र में इलाज कराने आते हैँ, वहीं स्टोर से सस्ती दर पर सामान भी खरीदते हैं… यही नहीं बटालियन में लायब्रेरी भी है, अध्ययन केंद्र भी है जाहिर है सामाजिक सरोकार की सुरक्षा बल की यह कार्यवाही से बल के प्रति जनता में विश्वास बढ़ रहा है तो नक्सली संगठन में नई भर्ती पर रोक भी लगी है…. बीजापुर की 15वीं बटालियन के कमांडेंट तथा आईपीएस सुजीत कुमार का कहना है कि हम अपना सामाजिक दायित्व निभा रहे हैँ और बटालियन के मुख्यालय के नवनिर्माण में सरकार सहित जनप्रतिनिधियों का पूरा सहयोग मिल रहा है बटालियन के लोगों का भी भरपूर साथ मिल रहा है…बच्चों का पढ़ाई के प्रति रुझान पैदा होगा, प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तो वे किसी के बहकावे में नहीं आएंगे। वैसे कुछ समय से नक्सली गतिविधियों में कमी भी परिलक्षित हो रही है।

और अब बस….

0कोरबा में पदस्थ रहे एसपी के बाद अब कलेक्टर भी रायगढ़ पहुंच रहीं हैं।
0 ईडी/आईटी की टीम छ्ग में सक्रिय है इसको लेकर जमकर चर्चा है …..?
0भाजपा के छ्ग संगठन में क्या जल्दी नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है….?

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