विधायक अमितेश शुक्ला बने मददगार,मजदूर गर्भवती महिला को मिली मदद
शेख इमरान, गरियाबंद । जब राजिम विधायक अमितेश शुक्ला को यह ख़बर मिली कि एक प्रवासी मजदूर महिला गर्भ में 8 महीने का बच्चा लिए अपने परिवार के साथ मायूश भूखे प्यासे गांव के बीच एक पेड़ के नीचे बैठे है तो तत्काल विधायक ने उन तक मदद पहुचाने मददगार बन कर आगे आये। दरअसल यह पूरा मामला राजिम विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छुईहा – कुण्डेल का है।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भावसिंग साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि छुरा के ग्राम कोसमी नवापारा निवासी गर्भवती मीना बाई गोड़ अपने पति ओंकार ध्रुव,13 वर्षीय पुत्री खिलेश्वरी,3 वर्षीय पुत्र हेमनारायण, 2 वर्षीय बेटी युनेश्वरी और उनके 40 वर्षीय भाई डेरेन कुमार के साथ सब प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश में एक ईंट भट्ठे में काम करने गए थे। ये सभी उत्तर प्रदेश से रायपुर तक बस से पहुँचे।
फिर किसी तरह अपने घर आने के लिए पैदल ही रायपुर से निकल पढ़े और कुछ दूरी पर इन्हें एक ट्रक मिला जिसमे लिप्ट लेकर छुईहा -कुण्डेल तक पहुँचे। लेकिन इनके पास और घर तक पहुचने के लिए कोई साधन नही था, फिर लिप्ट लेकर घर जाने के लिए किसी भी वाहन का इंतजार कर रहे थे। वाहन नही मिलने पर गांव के बीच एक पेड़ के नीचे मायूश होकर बैठ गए।
कार्यकर्ताओं की नज़र पड़ी तो मदद के लिए बढ़ाए हाथ
पेड़ के नीचे मायूश बैठे इस परिवार पर छुईहा चरौदा के काग्रेंस कार्यकर्ता की नजर पड़ी, जिसकी सुचना प्रथम पंचायत मंत्री एंव राजिम विधायक अमितेश शुक्ला को दिए। विधायक ने तत्काल पहले तो भुखे प्यासे मजदूर परिवार के लिए खाने की व्यवस्था कराया फिर गरियाबंद जिला काग्रेंस कमेटी के अध्यक्ष भावसिंह साहू को प्रवासी मजदूर को उनके गणतव्य स्थल तक पहूंचाने साधन उपलब्ध कराने निर्देश दिए।
काग्रेंस अध्यक्ष फौरन कुण्डेल छुईहा पहूंचे और कुण्डेल सरपंच प्रतिनिध राजेश सिन्हा ,जोन प्रमुख दुर्गा प्रसाद सिन्हा चरौदा व भागीरथी सिन्हा छुईहा सभी ने मिल कर पेड़ के नीचे बैठे परिवार की मदद करते हुए उनके गांव पहुचने के लिए गाड़ी व्यवस्था कर उनको सेनेटाइजर दिया । मीना बाई अपने परिवार तक मदद पहुँचते देख राहत की सांस ली और थकान से चूर गर्भवती महिला की आंखें चमक उठी। सभी मजदूर ने मुख्यमंत्री भुपेश बघेल और प्रथम पंचायत मंत्री अमितेश शुक्ला को धन्यवाद कहा ।