शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जब तक राहुल गांधी की अपील का निपटारा नहीं हो जाता है तब तक उनकी दोषसिद्धि पर रोक रहेगी।अब राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्पीकर तक पहुंचाएंगे और वह इसी सत्र से संसद में दिखाई दे सकते हैं। फैसला देते हुए सुको ने सवाल उठाया कि वह जानना चाहता है कि इस मामले में अधिकतम सजा क्यों दी गई! सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर जज 1 साल 11 महीने की सजा देते तो वह (राहुल गांधी) अयोग्य घोषित नहीं होते। जस्टिस बी आर गवई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ ने कहा कि यह सही है कि इस तरह के बयान अपमानजनक और मानहानि के हैं। गौर करने वाली बात यह है कि पीठ ने अपने फैसले का आधार यह दिया है कि बयान राहुल गांधी ने दिया तो उसकी सजा आम जनता (वायनाड की) क्यों भुगते और उनकी आवाज संसद तक क्यों न पहुंचे। ऐसे समय में जबकि संसद का सत्र चल रहा है।
रमेश बैस की सक्रियता
और उठ रही है चर्चा…!
छत्तीसगढ़ में क्या सक्रिय राजनीति में रमेश बैस की वापसी हो रही है…!हाल ही मुंबई गये छ्ग के विधायकों को राजभवन में भोज पर आमंत्रित करना, महाराष्ट्र के राज्य पाल बनने के रायपुर में कई बार आगमन और सर्व समाज द्वारा नागरिकअभिनन्दन,
अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन,भाजपा नेताओं द्वारा अभिनन्दन कार्ड का बड़ी संख्या में वितरण, बैस के इस बार रायपुर आगमन पर विमानतल में छ्ग भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर,अध्यक्ष अरुण साव,बृजमोहन अग्रवाल जैसे बड़े नेताओं की मौजूदगी के क्या मायने हैं? वैसे देश के वरिष्ठ सांसदों में एक रहे रमेश बैस को 2014 में मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नही करना,2018 में प्रत्याशी नहीं बनाना फिर राज्यपाल बनाना भी देखना होगा? उनके सक्रिय राजनीति में लौटने की कांग्रेस भी टोह ले रही है।छ्ग में क्या बैस एक चेहरा बन सकते हैं भाजपा का….? अर्जुन सिंह,मोती लाल वोरा भी तो राज्यपाल बनने के बाद सक्रिय राजनीति में लौटे थे। खैर बैस ने नगर निगम रायपुर के ब्राम्हण पारा वार्ड मेंबर चुनाव से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की, फिर मंदिर हसौद से विधायक बने,उसके बाद रायपुर लोकसभा से 7 बार सांसद बनते रहे,अटल बिहारी मंत्रिमण्डल के हिस्सा बने,बाद में त्रिपुरा झारखण्ड होकर अब महाराष्ट्र के राज्यपाल बने हैं।दिग्गज कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ला,पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला, वर्तमान सीएम छ्ग भूपेश बघेल, सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू आदि को लोकसभा में पराजित करने वाले रमेश बैस,तीन राज्यों के राज्यपाल बनने का रिकार्ड अपने नाम कर चुके हैं।
हीरा खदान और कोर्ट
का स्थगन ….?
छत्तीसगढ़ के विषय में पहले मुख्य मंत्री स्व. अजीत जोगी कहा करते थे “अमीर धरती गरीब लोग “। फिर हम केंद्र सरकार की दया पर क्यों निर्भर रहें…? केंद्र और राज्य में अलग-अलग दल की सरकारें हैं जाहिर है कि इन के बीच राजनीति जरूर होती रही है। जीएसटी का समय पर हक का पैसा नहीं देने का मुद्दा उठता रहा है। ऐसे में छ्ग को स्वयं आत्मनिर्भर होना होगा…छत्तीसगढ़ को प्रकृति ने बड़ी फुरसत से गढ़ा है। यहां 44 फीसदी क्षेत्र वनों से परिपूर्ण है।छत्तीसगढ़ में हीरा की किम्बर लाईट पाईप होने की पुष्टि हो चुकी है। गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र में हीरा खनिज की मातृशिला किम्बर लाइट की 6 पाईप लाईन बेहराडीह,पायलीखंड, जांगड़ा, कोरोमाली, कोसमबुड़ा एवं बेहराडीह क्षेत्रों में होने की संभावना प्रकट की गई है,बेहराडीह और पायलीखंड में तो किम्बर लाइट पाईप में हीरा होने की पुष्टि भी हो गई है। वैसे राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कार्यकाल में 2002-2003 में एक निजी कंपनी के हीरा पूर्वेक्षण खनन लायसेंस को निरस्त कर दिया गया था और संबंधित कंपनी हाई कोर्ट बिलासपुर जाकर स्थगन ले लिया था। उसके बाद प्रदेश में 15 साल तक एक ही पार्टी भाजपा की सरकार रही,केवल एकमात्र डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे और बिलासपुर उच्च न्यायालय में इस मामले में पेशी दर पेशी ही चलती रही…।15 साल की भाजपा की सत्ता को 68 (उपचुनाव के बाद 71) सीटे जीतकर भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार बन गई है। साढ़े 4साल से अधिक समय हो चुका है और अगला विस चुनाव भी नवम्बर में होना है।पर हीरा पूर्वेक्षण खनन के मामले में न्यायालय में कुछ प्रगति हुई है ऐसा लगता नहीं है।छत्तीसगढ़ राज्य बना था तो इसे करमुक्त राज्य बनाने का सपना दिखाया गया था उसका क्या हुआ…?वैसे भी पिछले कुछ सालों से केंद्र राज्यों के संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं ऐसे छत्तीसगढ़ कोआत्मनिर्भर बनाने गर्भ में छिपा हमारा हीरा बड़ी भूमिका निभा सकता है। सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर करीब 20 सालों से बिलासपुर उच्च न्यायालय में लंबित हीरा मामला किस स्थिति में है, मामले के निराकरण में आखिर क्या दिक्कतें है..?भूपेश बघेल को चाहिए कि कुछ बड़े वकीलों का पैनल बनाकर इस लंबित मामले का निराकरण कराना चाहिये उन्हें लिए व्यक्तिगत रूचि भी लेनी होगी…।
बस्तर का किसान
खरीदेगा हेलीकाफ्टर…
बस्तर में सफेद मूसली और काली मिर्च के सबसे बड़े किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी अब खेतों की देखभाल के लिये हेलीकॉप्टर खरीदने जा रहे हैं।डॉ. राजाराम त्रिपाठी चार बार के सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कार से सम्मानित हैं।वे बस्तर के कोंडागांव और जगदलपुर में सफेद मूसली,काली मिर्च और स्ट्रोविया की फसल की खेती करते हैं।त्रिपाठी का पूरा परिवार खेती-बाड़ी करता है।अब यह किसान 7 करोड़ रुपये में नया हेलीकॉप्टर खरीदने जा रहा है।हॉलैंड की रॉबिंसन कंपनी से उन्होंने डील भी कर ली है।R-44 मॉडल का 4 सीटर,हेलीकॉप्टर खेती-किसानी के उपयोग में लाया जाता है।विशेष संसाधनों से युक्त यह उड़नखटोला डेढ़ से दो साल के भीतर बस्तर पहुंच जाएगा।डॉ. राजाराम त्रिपाठी वर्तमान में 25 करोड़ रुपये वार्षिक टर्नओवर वाले मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के सीईओ हैं और 400 आदिवासी परिवार के साथ एक हजार एकड़ में सामूहिक खेती कर रहे हैं. यह समूह यूरोपीय और अमेरिकी देशों में काली मिर्च का निर्यात कर रहा है।कोंडागांव के रहने वाले राजाराम त्रिपाठी सफेद मूसली और जैविक खेती के लिए भी जाने जाते हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ट्रिक के साथ काली मिर्च की खेती के लिए प्राकृतिक ग्रीन हाउस तकनीक भी विकसित की है, जिससे 40 वर्षों तक प्रति एकड़ करोड़ों रुपये की आय की प्राप्त की जा सकती है।राजाराम त्रिपाठी बस्तर के ऐसे पहले किसान बनेंगे, जिनके पास खुद को हेलीकॉप्टर होगा।
अंकित गर्ग को
सरगुजा रेंज की कमान….
दंतेवाड़ा में एसपी पदस्थापना के दौरान पहली बार नक्सलियों के आर्थिक मददगारों पर शिकंजा कसने, नगदी जप्त करनेवाले,सोढ़ी सोनी पर कड़ी कार्यवाही करने वाले मूलत:उत्तर प्रदेश निवासी, इंजीनियर,सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग 2004 बैच के आईपीएस हैं। छग के बीजापुर, महासमुंद में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ रह चुके हैं।गर्ग वर्ष 2016 से मई 2023 तक प्रतिनियुक्ति पर एनआईए (NIA) में अपनी सेवाए दी हैँ । मई 2023 में प्रतिनियुक्ति से वापस आने के पश्चात पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय रायपुर में कार्यरत रहने के उपरांत इन्हें सरगुजा रेंज की कमान सौंपी गई है।
और अब बस…
0भाजपा के राष्ट्रीय संगठन में पद प्राप्त नेताओं को क्या विस प्रत्याशी नहीं बनाया जाएगा …..?
0छ्ग के दो जिलों के एडीशनल एसपी की क्या अदला-बदली होगी….? एक से वर्तमान आईजी काफ़ी नाराज हैं?
0किस आईपीएस की शिकायत फिर से गृह मंत्री अमित शाह से की गईं है?