रायपुर/ सरगुजा। सरगुजा जिले के मैनपाट इलाके से ज्यादा मजदूरी का लालच देकर ले जाए गए चार पहाड़ी कोरवा नाबालिगों को राजस्थान में बंधक बना लिया गया था। उन्हें वापस लौटने नहीं दिया जा रहा था। इसकी सूचना पर जिला प्रशासन की पहल पर चारों मजदूर सोमवार को अंबिकापुर सकुशल लाया गया। वापस लौटे मजदूरों ने मंत्री रामविचार नेताम से भी मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक, मैनपाट ब्लॉक के ग्राम मालतीपुर निवासी चार नाबालिग पहाड़ी कोरवा मजदूरों को अधिक मजदूरी मिलने का झांसा देकर चिरगा निवासी फिलिम उन्हें अपने साथ ले गया। चारों को उसने राजस्थान के सवाई माधोपुर के नजदीकी क्षेत्र में काम करने के लिए छोड़ दिया। चारों को बोरवेल्स के काम में लगा दिया गया था। वे लौटना चाहते थे, लेकिन उन्हें वापस नहीं आने दिया जा रहा था। तब नाबालिगों ने परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने सूचना विधायक एवं सरगुजा जिला प्रशासन को दी। कलेक्टर विलास भोसकर एवं एसपी योगेश पटेल ने प्रशासनिक अधिकारियों को राजस्थान के अधिकारियों से संपर्क करने कहा। एसडीएम मैनपाट रवि राही एवं पुलिस अधिकारियों ने राजस्थान के अधिकारियों से बात की एवं उनकी वापसी की कार्रवाई शुरू की गई। प्रशासन की पहल पर चारों नाबालिग सोमवार को अंबिकापुर पहुंचे।। मंत्री रामविचार नेताम ने दीए घर भेजने के निर्देश उन्होंने सर्किट हाउस में मंत्री रामविचार नेताम से भी मुलाकात की। मंत्री रामविचार नेताम ने उनके चर्चा की एवं उन्हें घर पहुंचाने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने चारों को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचा दिया है। इसके पूर्व भी मैनपाट व सीतापुर क्षेत्र के मजदूरों को बंधक बनाए जाने की सूचना पर दूसरे प्रदेशों से मुक्त कराया गया है।