विशाखापट्टनम : पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच मंगलवार से भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के मालाबार नौसेना अभ्यास का पहला चरण शुरू हो गया है। यह बंगाल की खाड़ी में विशाखापट्टनम में शुरू हुआ। यह अभ्यास इन चारों देशों के बीच रणनीतिक संबंध को दर्शाता है।
सैन्य अभ्यास तीन दिन तक चलेगा और शुक्रवार को खत्म होगा। इन चारों देशों के नौसेना अभ्यास का दूसरा चरण 17-20 नवंबर के बीच अरब सागर में शुरू होगा। पिछले हफ्ते भारत ने यह घोषणा की थी कि ऑस्ट्रेलिया भी इस अभ्यास का हिस्सा होगा, जिस पर अमेरिका ने सहमति जताई थी।
Phase 1 of 24th edition of Naval Exercise Malabar 2020 to commence off Visakhapatnam in BayofBengal from 3rd to 6th Nov: Ministry of Defence. (File pics) pic.twitter.com/xDzqMuDfTh
— ANI (@ANI) November 3, 2020
क्वाड सदस्य राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की टोक्यो में बैठक के दो हफ्ते बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए न्योता दिया था। जापान में हुई इस बैठक में चारों देशों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विस्तृत बातचीत की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में जटिल और अत्याधुनिक नौसेना अभ्यास होंगे।
इस अभ्यास में पनडुब्बी रोधी या हवाई युद्ध रोधी अभियान होंगे। इसके अलावा हथियारों से फायरिंग का भी अभ्यास किया जाएगा। मालाबार अभ्यास 1992 में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच हिंद महासागर में एक द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में शुरू हुआ था। बाद में, 2015 में जापान इसका स्थायी सदस्य बना।
इस अभ्यास में भारतीय नौसेना रणविजय, युद्ध पोत शिवालिक, समुद्र तटीय गश्ती नौका सुकन्या, जहाजों के बेड़े को सहायता पहुंचाने वाले पोत शक्ति और पनडुब्बी सिंधुराज को शामिल करेगी। चीन की बढ़ती आक्रामकता को काबू में रखने के लिए अमेरिका सुरक्षा के तौर पर क्वाड का समर्थन कर रहा है।