भाजपा सरकार का हर दिन एक नया घोटाला आ रहा है सामने…
कांग्रेस नेताओ पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग…
इंदौर। मध्य प्रदेश में अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों से 50 प्रतिशत कमीशन मांगने को लेकर एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसको लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर एक ट्वीट करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार से सवाल पूछा । उनके ट्वीट के बाद भाजपा नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, अरुण यादव,सहित चिट्ठी जारी करने वाले ज्ञानेंद्र अवस्थी के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में एफआइआर दर्ज की करवाई गई है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश चौकसे,गिरधर नागर,अफसर पटेल एवं संभागीय प्रवक्ता अमित चौरसिया नें अपने सयुक्त व्यक्तव्य में भाजपा सरकार पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा की “मध्य प्रदेश सरकार ने भ्रष्टचार की सारी सीमा लांघ दी है, कोई भी विभाग हो कर्मचारी से लेकर मुख्यमंत्री तक कमीशन लिए बिना कोई स्वीकृत कार्य का पेमेंट नही हो रहा 50% कमीशन खोरी के चर्चे प्रदेश में आम बात हो गई है। वही भ्रष्टाचार के खिलाफ मुद्दा उठाने वालों पर एफआईआर करना अब केंद्र सरकार और भाजपाइयों की आदत बन गई है, लेकिन हम इन सब चीजों से डरने वाले नहीं हैं। हम भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे।मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से भ्रष्ट है।
नेताद्वय ने कहा की भाजपा सरकार पर लगातार लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरी तरह बौखला गए है आन फान में वायरल हुए पत्र को फर्जी बता कांग्रेस के नेतृत्व और शिकायतकर्ता पर एफ आई आर दर्ज करवाना इनकी बोखलाहट को प्रदर्शित करता है। सरकार अगर ईमानदार होती तो पत्र की जांच करवा कर स्पष्टीकरण जारी करती पर इसके उल्ट अपने दबाव और प्रभाव का इस्तेमाल कर कार्यवाही करवाना कायराना कृत्य है जिसकी कांग्रेस पार्टी घोरनिन्दा करती है। पत्र में साफ उल्लेख है की शिकायतकर्ता मुख्यमंत्री से समय लेकर मिला और उनके समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए शिकायत दर्ज की गई फिर पत्र फर्जी कैसे हुआ ? पुलिस प्रशासन ने भी बिना जांच किए भाजपा के दबाव में सीधे एफ आई आर दर्ज करना पीड़ित फरयादी पर सीधे सीधे दबाव बनाकर सच को बाहर आने से रोकने का प्रयास है। कांग्रेस संगठन ने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा की प्रदेश सरकार के दबाव में दर्ज किए गए मुकदमों वापस लिए जाएं।
भाजपा इस तरह की ओछी और कायराना राजनीति से यह स्पष्ट हो गया है की भाजपा सरकार अपने भ्रष्टाचार की खुलती परतों से भयभीत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री जी को यह नही भूलना चाहिए की उनके ही कार्यकाल में सतपुड़ा भवन में आग लगी जिसमे भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों की जांच से जुड़ी फाइलें थी। व्यापम, ई टेंडर,महाकाल लोक,पटवारी भर्ती, कारम डैम,महिला पोषण आहार,पेंशन,डंपर,अवैध रेत खनन,कन्यादान योजना सम्बंधित कई घोटाले प्रकाश में आ चुके है।
भाजपा की भ्रष्ट 50% कमीशन खोर सरकार का अंत नजदीक है। राजेश चौकसे एवं अमित चौरसिया ने मांग करते हुए कहा की कांग्रेस नेताओ पर जो विभिन्न थानों पर मुकदेम दर्ज किए है उन्हे निरस्त करे अन्यथा प्रदेश कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।