Exclusive : आखिरकार अपनी माँ और परिवार के बीच पहुंच गया नन्हा हाथी

 

शेख इमरान , गरियाबंद । कई घंटो से चल रहे एक बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आखिर का अब ग्राम बनगंवा में पैदा हुआ नन्हा हाथी का बच्चा अपने माँ और दल में शामिल हो गया है ।अब कही जा कर वन विभाग को थोड़ी राहत जरूर मिली है। वही ग्रामीणों में दहशत के साथ दल में बच्चा के शामिल होने से खुशी भी है ।बता दे कि फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र के ग्राम बनगंवा में 20 हाथियों के झुंड से एक हथनी ने एक बच्चे को बीते रात जन्म दिया है। मुशीबत तब सामने आई जब देखा गया कि जिस बच्चे को हथनी ने जन्म दिया है वह बुरी तरह दलदल में फंस गया है।और उसकी माँ उसे निकलने खूब कोशिश कर रही है। दरअसल यह घटना 21 अगस्त की रात करीब 2 -3 बजे की है जब हाथी खूब चिंघाड़ रहे थे । पूरे गांव में दहशत फैल गया। ग्रामीण सहम से गए अंधेरा में किसी को कुछ समझ नही आया पर जब सुबह हुआ तब समझ आया कि एक बच्चा दलदल में फंस गया है। वन विभाग की टीम अब हाथी को रेस्क्यू कर दलदल से निकलने की कोशिश में थे लेकिन मादा हाथी बच्चें को निकालने में ही जुटी थी। तब नाकाम हो कर मादा हाथी बच्चे को छोड़ कर चली गई। जिसके बाद बारिश के बीच गजराज मित्र व वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के मदद से उस बच्चे को बड़ी मुश्किल से दलदल से निकाले इस दौरान वन विभाग के उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। बच्चा जब दलदल में फंसा था तब उसकी माँ गुस्से में रेस्क्यू में लगे टीम व ग्रामीणों को खूब दौड़ाई वही रेस्क्यू में लगे एक ग्रामीण के टैक्टर को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया फिर भी खतरों के बीच दलदल से बच्चे को किसी भी हाल में निकालने टीम जुटे थे। क्यो की दलदल में फंसे रहने से नन्हे हाथी की मौत भी हो सकता थी।     

बच्चा पड़ गया था अकेला।

किसी तरह बच्चे को दलदल से निकलने के बाद तत्काल वन्य प्राणियों के डॉक्टर द्वारा बच्चे की सेहत का जांच किया गया। बच्चा स्वस्थ था और थका हुआ था अब बच्चा अकेला पड़ गया क्यो की उनकी माँ वहां से चली गई थी। बच्चे का इलाज के बाद उसे कुछ दूर में छोड़ दिया गया था ताकि उसकी माँ आ कर ले जाये पर ऐसा नही हुआ और वह बच्चा दिनभर चिंघाड़ते रह गया। मौके पर तमाम उच्च अधिकारी किसी तरह बच्चे को दल में शामिल करने तरह तरह के तरकीब लगा कर कोशिश कर रहे थे। तब हाथियों के लोकेशन देख कर बच्चे को करीब 400 – 500 मीटर में छोड़ दिये । अंततः जानकारी के अनुसार 21 अगस्त की रात में ही करीब 9 -10 बजे के बीच हाथियों के झुंड में वह बच्चा शामिल हो गया और अपने माँ के साथ चला गया इसकी पुष्टि फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र के रेंजर एस. के.तिवारी ने करते हुए बताया कि अब पूरा दल बनगंवा से निकल कर गुंडरदेही के जंगल की ओर आगे बढ़ रहे है।

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