इंदौर। कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद से और राजनीति गरमा गई थी कुछ ने कांग्रेस के तय टिकटों को चुनौती दी तो बड़े नेता भी सकते में आ गए, फिर नाराज और रूठों को मनाने का दौर भी चला। वार्ड 15 से अपने परिवार के लिए टिकट मांग रहे कृपाशंकर शुक्ला ( गुड्डू ) जनता के बीच निर्दलीय उम्मीदवार के पक्ष में मैदान में निकल पड़े थे। यही कारण था कि यहां से कांग्रेस को लंबा नुकसान होनेका अंदेशा था। शुक्ला को पार्टी के पक्ष में काम करने और अपने परिवार से निर्दलीय उम्मीदवार का फार्म वापसी का दबाव बनाया गया। उन्हें मनाने के लिए अर्जुन सिंह के करीबी रहे ठाकुर जितेंद्र सिंह को जिम्मा सौंपा गया। इसके साथ ही वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के करीबी राजेश चौकसे ने भी भूमिका निभाई। कृपाशंकर शुक्ला को मनाने के लिए खुद महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला, पूर्व विधायक अश्विन जोशी , सुरजीत सिंह चड्डा , संजय पालीवाल , गोलू अग्निहोत्री , जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता मौजूद रहे। गौर हो कि ये वार्ड सामान्य महिला था पर यहां से पिछड़े वर्ग से कलोता समाज से टिकट दिया गया है। शुक्ला का परिवार पुराना कांगेसी परिवार है। शुक्ला खुद पिछले 21 साल से ज्यादा समय से ग्रामीण और शहर की राजनीति में सक्रिय हैं और संगठन के कई पदों पर रहे हैं। शुक्ला के परिवार से महिला टिकट देने के लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल व दिल्ली से वरिष्ठ नेता अनिल शास्त्री , अजय सिंह भी सक्रीय थे। पर राजनीतिक समीकरण उनके साथ नही आ सके।