पत्रकार वार्ता : हाथरस पीड़िता के परिजनों के साथ अन्याय देख रहा है देश, मोदी चुप हैं: राहुल गांधी

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता कर हाथरस की घटना और कृषि कानूनों पर अपनी बात रखी। राहुल ने हाथरस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर भी निशाना साधा। वहीं, कांग्रेस नेता ने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि ये खाद्य सुरक्षा के मौजूदा ढांचे को तोड़ने की दिशा में एक कदम है।

राहुल गांधी पिछले दो दिनों से पंजाब में हैं और ट्रैक्टर रैली के जरिए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। राहुल ने पटियाला में पत्रकारों से बात की और कृषि कानूनों को लेकर अपनी बात रखी। इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले नोटबंदी हुई, तो गरीब जनता पर हमला हुआ। फिर जीएसटी आई, तो कारोबारियों पर हमला। अब अचानक लॉकडाउन लागू कर दिया, तो गरीब सड़क पर मर गया। राहुल ने कहा कि जब मैंने कोरोना पर अपनी बात रखी तो मेरा मजाक उड़ाया गया। एक व्यक्ति ने कहा कि 20-21 दिनों में कोरोना से लड़ाई खत्म हो जाएगी, लेकिन उन्हें नहीं पता कि कोरोना क्या चीज है।

पत्रकार वार्ता के दौरान जब राहुल से हाथरस की घटना और उनके साथ और प्रियंका गांधी के साथ हुई धक्का-मुक्की को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, हम जनता के सेवक हैं। हमारा काम जनता की और किसानों की सेवा करना है। इसे निभाते हुए अगर हमारे साथ धक्का-मुक्की होती है तो हम इसे सह लेंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार (उत्तर प्रदेश सरकार) द्वारा दिया गया असली धक्का हाथरस के परिवार को लगा है। उन्हें वहां के जिलाधिकारी द्वारा धमकाया गया। इसलिए मैं उस परिवार से मिलने गया। मैं चाहता था कि उस परिवार को यह ना महसूस हो कि वह अकेले हैं। हम उनके लिए खड़े हैं।

राहुल ने कहा, पूरे परिवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निशाना बनाया गया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर एक भी शब्द नहीं कहा। पूरा देश देख रहा है कि हाथरस में क्या हो रहा है।

कृषि कानून मौजूदा ढांचे को नष्ट करने का तरीका…
कांग्रेस नेता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मोदी सरकार द्वारा कृषि कानूनों की शुरूआत खाद्य सुरक्षा के मौजूदा ढांचे को नष्ट करने का एक तरीका है और यह पंजाब राज्य को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला है। यह हमारे किसानों के ऊपर हमला है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पहले नोटबंदी लेकर आई। फिर जीएसटी लेकर आई और अब कृषि कानूनों को लेकर आई है। इन सभी के जरिए किसान और गरीब तबके के ऊपर आक्रमण किया जा रहा है। लेकिन कांग्रेस पार्टी इन हमलों को रोकगी और इसके खिलाफ लड़ना जारी रखेगी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि कृषि कानूनों के आने से खाद्य सुरक्षा का ढांचा टूटेगा और इससे सबसे ज्यादा पंजाब और हरियाणा के किसान प्रभावित होंगे। इससे किसानों के भविष्य का रास्ता अवरूद्ध होगा। हमें सभी किसानों की मदद के लिए आगे आना होगा और इनकी रक्षा करनी होगी।

पीएम की समझ से बाहर कृषि कानून…
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे लगता है कि खुद पीएम मोदी को भी ये कृषि कानून समझ में नहीं आते हैं। आने वाले छह महीनों में देश में रोजगार नहीं होगा और ना ही भोजन की व्यवस्था होगी, क्योंकि पूरी व्यवस्था को तोड़ दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि लेकिन मेरी इस बात को लेकर भी मजाक उड़ाया जाएगा। आज देश में मंडियों की संख्या कम है। कुछ जगह भ्रष्टाचार है, लेकिन अगर किले को ही तोड़ दिया गया तो किसान ही नहीं बचेगा। प्रधानमंत्री केवल अडानी-अंबानी के लिए रास्ता बना रहे हैं।

 

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