जम्मू : हत्याओं के दो मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने खबर आ रही है। हालांकि इस संबंध में अभी कोई अधिसूचना जारी नहीं हुई है। उधर, टारगेट किलिंग से घाटी में फैली दहशत के मद्देनजर सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित नई साजिश को कुचलने के लिए बहुस्तरीय रणनीति तैयार की है। सीमा पार के हैंडलरों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पूरी घाटी में सुरक्षा बलों के जवान हाइब्रिड आतंकियों और उनके मददगारों पर प्रहार करेंगे।
खोज-खोजकर ऐसे देश-विरोधी तत्वों को निकाला जाएगा। सरकारी महकमे में भी इनके हमदर्दों की तलाश की जाएगी। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि तय रणनीति के अनुसार पूरी घाटी में संदिग्ध पृष्ठभूमि वाले पत्थरबाजों, ओजीडब्ल्यू और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को गिरफ्तार कर टारगेट किलिंग करने वालों एवं उनके मददगारों में भय का माहौल पैदा होगा।
हाल में सुरक्षा एजेंसियों की हुई उच्च स्तरीय बैठक में रणनीति को अंतिम रूप देते हुए टारगेट किलिंग की वारदातों पर प्रभावी नियंत्रण की हिदायत दी गई है। इसके तहत व्यापक छापामारी करते हुए दक्षिणी तथा मध्य कश्मीर से एक हजार से अधिक लोगों को पुलिस ने उठाया है। इनमें से कई पर पीएसए लगाया गया है। दर्जनभर से अधिक पत्थरबाजों को रविवार प्रदेश से बाहर की जेल में भेजा गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टारगेट किलिंग रोकना और लोगों में दहशत के माहौल को कम करना प्राथमिकता है।