रायपुर। बीजेपी के उम्मीदवारों की वायरल हो रही सूची को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में ही सवाल उठ रहे हैं कि ये असली है या नकली ? । सवाल तो ये भी हो रहा है कि कहीं बड़े नेताओं के नामों की जनता में टेस्टिंग तो नहीं ? वजह इस सूची में जो नाम संभावित उम्मीदवार के तौर पर डाले गए हैं उनमें से बहुत सारे बीजेपी के प्रदेश संगठन में बड़े और महत्वपूर्ण पदों पर हैं। अगर ये सच में चुनाव लड़े तो फिर संगठन का क्या होगा ? कार्यकर्ताओं का अंदरखाने का ये सवाल लाज़मी है। खैर अभी इस वायरल सूची को लेकर कोई सीन साफ नहीं है। लेकिन इसमें बहुत से वो चेहरे हैं जो पिछली बार एन्टीनकंबेंसी के शिकार बन गए थे। यानी हार तो उनके खाते में दर्ज हो ही गई थी। इस बार फिर अगर उन पर बीजेपी दांव लगती है तो जनता और कार्यकर्ताओं का कितना साथ उन्हें मिलेगा ये आने वाला समय ही बताएगा। कार्यकर्ताओं में दबी जुबान चर्चा है कि संगठन को चुनाव से दूर रख रणनीति तैयार हो तो और बेहतर चुनाव हो सकता है।