बिप्लब् कुण्डू,पखांजुर : अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर कर जाली वर्कआर्डर तैयार करते हुए करोड़ो के लौह अयस्क की हेराफेरी करने की योजना बनाने वाले मुख्य आरोपी गणपति इंटरप्राइजेज न्यू शांति नगर रायपुर के संचालक एवं उनके सहयोगियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण बताते हुए वन विभाग ने 15 जनवरी 2020 को एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस निरीक्षक भानुप्रतापपुर को पत्र लिख कर कार्यवाही करने की मांग की गई।
चुकी मामला वनक्षेत्र साल्हे का होने के कारण मामले की छानबीन करने की जिम्मेदारी चौकी प्रभारी कच्चे को सौपी गई किंतु पांच माह बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नही हो सकी। इस प्रकरण को लेकर न ही पुलिस विभाग गंभीर नजर आ रहे है और न ही वन विभाग कोई रूचि दिखा रहा है। वही अब कच्चे पुलिस चौकी वन विभाग को प्रकरण वापस सुपुर्द करने जा रही है। सूत्रों की माने तो अब इस मामले की जांच एसडीएम भानुप्रतापपुर द्वारा किये जाने की बात सामने आ रही है।
विदित हो कि पूर्व वनमंडल भानुप्रतापपुर के अंतर्गत वनक्षेत्र साल्हे में अनिल लुनिया से जप्त लौह अयस्क 27055 घन मीटर अनुमानित कीमत 12 करोड़ से अधिक बताई जा रही है जो वन विभाग के अधिपत्य में रखा गया है, जिसका निविदा मामला सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के आदेशानुसार प्रक्रियाधीन है।
उक्त लौह अयस्क की चोरी करने के उद्देश्य से गणपति इंटरप्राइजेज न्यू शांति नगर रायपुर के अधिकृत मालिक कौशल यादव के द्वारा डीएफओ के फर्जी हस्ताक्षर कर 5 मई 2019 के नीलामी में फर्जी वर्कआर्डर जारी किया गया है एवं 2 करोड़ 47 लाख 49 हजार 390 रुपयों का डिमांड ड्राफ् जमा करने संबंधी जाली पत्र प्रेषित कर उनके अधिकृत व्यक्तियों द्वारा 15 जनवरी 2020 को लौह अयस्क परिवहन के संबंध में परिवहन व परिदान आदि के संबंध मे चर्चा किया जा रहा था।
सूचना मिलते ही मामले की जानकारी के लिए एसडीओ को घटना स्थल जाने के लिए निर्देशित किया गया। वहा से श्रीराम गुप्ता पिता परशुराम उम्र 34 निवासी बड़गेले उड़ीसा सहित दो अन्य सहयोगी को उनके डस्टर वाहन डब्ल्यू बी 12 एडी 0098 सहित मौके पर सौदा करते पाये जाने गए। जिन्हें कार्यालय बुलवाकर पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा कौशल यादव के माध्यम से लौह अयस्क खरीदी किये जाने की बात कही गई। कार्यवाही को लेकर
डीएफओ ने पत्र क्रमांक/ राजस्व/ 362 भानुप्रतापपुर दिनाक 15,01,2020 को पुलिस निरीक्षक भानुप्रतापपुर को पत्र लिखकर आयरन (लौह अयस्क) जप्तशुदा सामग्री को अवैध रूप से चोरी के संबंध में प्राथमिक अपराध दर्ज कर नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की बात कही गई।
बड़े एवं गम्भीर मामले होने के बावजूद भी अब तक न ही आरोपी कौशल यादव से पूछताछ हो पाई है और न ही इस मामले को लेकर वन विभाग द्वारा कोई ठोस कदम उठा रही है। जो कई संदेहों को जन्म दे रही है।
इस संबंध में आर सी दुग्गा वनमंडलाधिकारी पूर्व वनमंडल भानुप्रतापपुर ने कहा कि चुकी यह प्रकरण गंभीर एवं आपराधिक होने के कारण विभागीय स्तर पर जाँच न करते हुए आरोपियों पर पुलिस विभाग को एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की गई।बहरहाल अभी तक पुलिस विभाग से प्रकरण वापस नही आया है,वही अब इस प्रकरण की जांच एसडीएम भानुप्रतापपुर करने वाले है। विभाग की ओर से हरसंभव मदद किये जायेंगे।
कच्चे चौकी प्रभारी ने दूरभाष पर चर्चा में कहा कि प्रकरण की जांच पहले वन विभाग करे, विभागीय की जांच के बाद ही पुलिस जांच करेंगी।