विपुल कनैया,राजनांदगांव: राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रेरित होकर जिले के किसान अब फसल विविधीकरण की दिशा में अग्रसर हुए है। इससे किसान प्रोत्साहित होकर धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए जागरूक हो रहे है।
इस योजना से फसल विविधता में बढ़ोत्तरी होगी ही साथ ही किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रूपए आदान सहायता राशि भी प्राप्त होगी। शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना से प्रेरित होकर सुदूर वनांचल क्षेत्र छुरिया विकासखंड के ग्राम जोब के चार किसानों ने लगभग 25 एकड़ की भूमि पर मक्के की खेती कर रहे हैं। पिछले वर्ष उन्होंने धान की फसल लगाई थी। लेकिन इस बार उन्होंने मक्के की फसल लगाई है। किसान अजब सिंह, नयन कुमार, गोरेदास साहू और कमला बाई एक स्थान पर 25 एकड़ भूमि में धान के बदले मक्के की खेती कर रहे हैं।
किसान अजब सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने खेत में धान का फसल ली थी। लेकिन इस बार मक्के की खेती कर रहे है। उन्होंने कहा कि धान के फसल की अपेक्षा मक्के की फसल में पानी की आवश्यकता कम होती है। जिससे पानी का संरक्षण होगा। उन्होंने कहा कि शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रति एकड़ 10 हजार रूपए की आदान सहायता राशि प्राप्त होगी, जिससे वे प्रोत्साहित हुए हैं। इससे आर्थिक आवश्यकता को पूरा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए पंजीयन करा लिया है।
उन्होंने शासन की इस योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि शासन की योजना से किसानों को लाभ प्राप्त होगा। वहीं धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए प्रेरित भी होंगे। कम पानी में खेती किसानी करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा किसानों के लिए विभिन्न योजना के तहत कार्य कर रहे हैं, वह बहुत ही अच्छा है। इसके लिए उन्होंने शासन का आभार व्यक्त किया।