रायपुर। छत्तीसगढ़ के युवाओं का इन्फिनिटी राइडर क्लब उत्तर पूर्व भारत की हाल ही में संपन्न मोटरसाइकिल यात्रा केवल एक नियमित सड़क यात्रा नहीं थी, यह एक उद्देश्य के साथ एक यात्रा थी। 10 भारतीय राज्यों एवं 03 अंतरराष्ट्रीय सीमाओं (भूटान, बांग्लादेश और चाइना) को कवर करते हुए, क्लब के सदस्य सभी 08 राइडर्स(प्रिंस डावर, गगनदीप सिंह, परिमल शर्मा, शिवेंद्र वर्मा, प्रतीक मिश्रा, सैयद अलतमश, रचित दास, वेदान्त अग्रवाल)सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सड़क सुरक्षा पर जागरूकता फैलाते हुए अपनी ट्रीप पूरी की। यात्रा की शुरुआत क्लब ने अपने सह राइडर्स के साथ एकजुट होकर की, प्रतिभागियों ने अपनी पूरी यात्रा के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता देने और सभी यातायात नियमों का पालन करने का संकल्प लिया।
इनफिनिटी राइडर्स एक मिशन को ध्यान में रखते हुए अपने साहसिक कार्य पर निकले – जिन समुदायों से वे गुज़रे उन्हें सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में शिक्षित करना। क्लब के राइडर प्रिंस ने बताया कि उन्होंने विभिन्न स्थानों पर स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की और सुरक्षित सवारी प्रथाओं पर मूल्यवान सुझाव साझा किए। हेलमेट पहनने से लेकर गति सीमा का पालन करने तक, इन्फिनिटी राइडर क्लब ने जिम्मेदार राइडर के अपने संदेश को फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
वहीं राइडर अल्तमश ने साझा किया कि यात्रा का एक मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर देश सेवा मैं अग्रसर हमारे वीर जवानों से मिल कर उनका आभार व्यक्त करना और साथ साथ खुद में देश प्रेम का भाव और ऊर्जा से भरना था। राइडर्स ने छात्रों से सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में बात की और उन्हें अपने समुदायों में सुरक्षित ड्राइविंग के लिए राजदूत बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
बातची के दौरान ट्रिप मैं मौजूद सबसे यंगेस्ट राइडर वेदांत ने बताया कि जब भी हम किसी शहर या गांव की सड़क से इनफिनिटी राइडर्स का काफिला गुजरता था उस दौरान युवा जो हमें देखते थे उनकी प्रतिक्रिया जबरदस्त थी, और उन्हें सड़क सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने का वचन दिया।
राइडर शिवेंद्र ने अपना रोमांचक अनुभव सज्जा करते हुए बताया कि जैसे ही क्लब के सदस्य सुरम्य परिदृश्यों और चुनौतीपूर्ण इलाकों से जैसे सेला दर्रा से होते हुए तवांग पहुंचे, उन्हें काफी बाधाओं का सामना करना पड़ा। अप्रत्याशित मौसम की स्थिति मेघालय में बनी रही और उबड़-खाबड़ सड़कों से होते हुए राइडर्स दावकी नदी तक पहुंचे जिसकी सीमाओं बांग्लादेश से जुड़ी है!
उन्होंने एक पहलू यह भी बताया कि राइडर्स लचीलेपन और दृढ़ संकल्प के साथ बदलती परिस्थितियों को अपनाते हुए, सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहे।
राइडर परिमल ने बताया कि इस नॉर्थ ईस्ट ट्रिप पे राइडर्स ने कुल 5100 किलोमीटर का सफर मात्र 14 दिनों में सफलता पूर्वक किया जिसमें उन्होंने कई यादगार पलों को संजोया।
क्लब के सदस्य राइडर रचित और राइडर प्रतीक ने भी अपना अनुभव जो की मेघालय के डबल डेकर लिविंग ब्रिज ट्रैक को लेकर था उन्होंने बताया कि कैसे प्रकृति अपने पूरे सौंदर्य के साथ मेघालय में छाई हुई है! डबल डेकर लिविंग ब्रिज के लिए 3500 सीढ़ियों से होते हुए नीचे की तरफ ट्रैक करना पड़ता है और उसी रास्ते से होते हुए वापिस भी आना होता है जो के एक थका देने वाला और रोमांच से भरा अनुभव है!
अंत में राइडर गगनदीप ने बताया कि इन्फिनिटी राइडर क्लब की उत्तर पूर्व भारत मोटरसाइकिल यात्रा एकता और उद्देश्य की शक्ति का एक प्रमाण थी। अपनी यात्रा के माध्यम से, क्लब के सदस्यों ने न केवल अपनी दोस्ती के बंधन को मजबूत किया बल्कि जिन समुदायों का उन्होंने दौरा किया, उन पर भी स्थायी प्रभाव डाला। सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है, और इन्फिनिटी राइडर क्लब ने दिखाया है कि एक साथ मिलकर, हम बदलाव ला सकते हैं। उनकी यात्रा सभी सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा को प्राथमिकता देने और हर यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करे।