बिप्लब् कुण्डू,पखांजुर : इरिकबुटा में गौठान बनकर तैयार तो नजर आ रहा लेकिन जमीनी हकीकत में गौठान की पृष्ठभूमि को देखा जाए तो हकीकत कुछ ओर ही बया कर रही। इरिकबुट्टा पंचायत के उडुमगांव से हुरेली मार्ग मुख्य सड़क के किनारे ही गौठान दिखलायी पड़ जाती है । जहां हरियाली नजर ही नही आ रही । गौठान के आसपास पेड़ो की ठूठ कटी हुई देखी जा रही। गौठान की कायाकल्प सँवारने में लाखों रु सरकार द्वारा फुकी गयी लेकिन योजना केवल सफेद हाथी ही साबित हो रही है । गौठान बनने के बाद से किसी भी ग्रामीण ने अपने मवेशी को नही छोड़ा। इसका कारण है कि गौठान में( बाउंड्री )फेंसिंग तार का घेरा ही नही लगायी गई ।
बता दे कि इरिकबुट्टा के उडुमगांव पहाड़ी के पास गौठान बनायी गई है , जहा अक्सर जंगली जानवरो को भटकते देखा जाता है अभी हाल-ही के दिनो में पाहाडी के पास लकड़बग्गा को देखा गया था जिसके बाद ग्रामीण जंगल जाने से परहेज कर रहे है। ऊपर से सुरक्षा के लिए बॉडी घेरा नही होने से ग्रामीण जानवरो को गौठान छोड़ने से भी कतरा रहे है। ग्रामीणों ने कहा कि गौठान मे पैरा के अतिरिक्त और कुछ भी सुविधा नजर नही आती । चारा शेड में घास और मवेशियों के लिए पानी तक की व्यवस्था तक नही है । बारिश से मवेशी को बचाने के लिए शेड भी नदारद है। सूत्रों की माने तो योजना के क्रियान्वन में जन प्रतिनिधियों और अधिकारियो ने जमकर भ्रष्टाचार किया जिसके दुर्गति परिणाम यह है कि आज लाखो रु सरकारी खजाने से व्यय हो गयी लेकिन योजना का लाभ से लोग वंचित नजर आ रहे।
सूचना बोर्ड लगाकर सूचना को दर्शाया नही गया- गौठान के पास बड़ी दीवाल खड़ी कर सूचना बोर्ड लगवाया गया लेकिन सूचना बोर्ड से नागरिको को दी जाने वाली जानकारी को अंकित नही किया गया ताकि भ्रष्टाचार की वास्तविक्ता लोगो के सामने न आ पाए ।
गोधन न्याय योजना का शुभारंभ लेकिन गोबर बेचने कोई नही आ रहा:-
गोधन योजना का शुभारंभ कर सरकार ने सपना देखा था की इस योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी । गौठान में ग्रामीण गोबर विक्रय कर आर्थिक रूप से शसक्तीकरण की ओर अग्रसर होंगे लेकिन इरिकबुट्टा पंचायत के गौठान में गोबर क्रय केंद्र को ठिकाना ही नजर नही आ रहा ।
ग्रामीणों ने कहा गोबर किसको बेचे…
ग्रामीणों को गोधन न्याय योजना के बारे में जानकारी तक नही पहुची सर्वे के दौरान कई किसानों से संपर्क कर योजना के बारे में पूछा तो किसी को सरकार के गोबर क्रय करने की योजना के बारे में जानकारी तक नही दी गयी।
सैकड़ो मवेशी को लोगो ने घरों में ही रखा…
गौठान में हरेली पर्व पर महज फ़ोटो शूट करने के लिए योजना का सूत्रपात के उद्देश्य से सरपंच एवम सचिव ने मानो औपचरिकता ही पूरी की । बता दे कि
गौठान उद्घाटन के एक साल बाद हरेली पर्व पर ही कुछ लोगो की भीड़ गोधन न्याय योजना के शुभारंभ में देखी गयी। लेकिन ग्रामीण हरेली पर्व मनाने गौठान की ओर रुख करने में अभिरुचि नही दिखाए ।