शेख इमरान,गरियाबंद : जिले में अभी सभी रेत घाटो को प्रशासन द्वारा बंद किया गया है। बावजूद कुछ ऐसे रेत माफ़िया है जो रात के अंधेरे में जिला प्रशासन को बड़ी चुनौती दे कर बड़ी तादात में नदी से रेत उत्खनन करवा कर बड़े धड़ल्ले के साथ अवैध रेत उत्खनन के काले कारोबार को अंजाम दे रहे है। मामला फिंगेश्वर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कुण्डेल का है।जहां आस पास के कुछ लोगो ने बताया कि ग्राम तरीघाट और कुण्डेल के बीच मे स्थित नदी से चोरी छुपे रात में कुछ रसूखदार लोग रेत का अवैध उत्खनन करवा रहे है। जब कि यहां प्रशासन द्वारा किसी भी तरह का कोई रेत घाट की प्रशासनिक स्वीकृत नही है। लेकिन रेत माफिया रेत निकालने सीधे चैनमाउंटेन या जेसीबी नदी में उतार कर हाईवा में रेत को लोडिंग करवा कर परिवहन करवाते है।
आधी रात चलता है पूरा खेल…
दिन के उजाले में पकड़े जाने के डर से रेत माफ़िया रात के वक्त को चुनते है। और रात करीब 12 बजे से सुबह 4 बजे के बीच ही रेत निकालते है। और मोटी रकम में रेत को बेच देते है।बताया जाता है इस कारोबार में आस पास के ही एक दो रसूखदार लोग संलिप्त है। बताते है की रात में करीब 5 – 6 हाईवा में रेत लोडिंग किया जाता है। जिसे कुण्डेल , सिररीखुर्द , बिजली के रास्ते से निकालते है जहां से हाईवा चालको को फिंगेश्वर राजिम मुख्य मार्ग मिल जाता है।जहां से उन्हें महासमुंद या रायपुर की ओर जाने में आसानी हो जाता है।
क्या कहते है अधिकारी…
अवैध उत्खनन के संबंध में गरियाबंद खनिज विभाग द्वारा रात भर अवैध उत्खनन पर कार्यवाही किया जाता रहा है। इसके बावजूद यहां रेत माफ़िया को कार्यवाही का डर ही नही है। मामले में खनिज विभाग के अधिकारियों का कहना है ऐसे रेत उत्खनन करने वालो पर सख्त छापे मार कार्यवाही किया जाएगा। और रात के वक्त जहां भी अवैध रेत या मुरम परिवहन करते हुए गाड़ियां मिलती है तो उन पर भी कार्यवाही किया जाएगा।बहरहाल अब देखना यह है की क्या प्रशासन द्वारा अब ग्राम कुण्डेल के पास नदी में चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर अंकुश लगाने क्या कड़ी कार्यवाही किया जाता है।