रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रहे 2011 बैच के IAS नीलेश क्षीरसागर को कांकेर जिले का नया कलेक्टर बनाया गया है। विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के बाद अब श्री क्षीरसागर को कांकेर जिले की कमान सौंपी गई है। कई जिलों के कलेक्टर रहे नीलेश क्षीरसागर को लंबा अनुभव है। एक प्रयोगधर्मी IAS अधिकारी के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले नीलेश क्षीरसागर जहां भी कलेक्टर रहे उनका जनता से सीधा जुड़ाव रहा। हमेशा अपने जिले में बेहतर कार्य उनकी प्राथमिकता में रहा है।
जानिए IAS नीलेश क्षीरसागर के बारे में
आईएएस निलेश क्षीरसागर छत्तीसगढ़ कैडर के 2011 बैच के आईएएस है। वे मूलतः महाराष्ट्र के पुणे जिले के रहने वाले है। पुणे से 30 किलोमीटर दूर इनका गांव चाकन है। जहां उनका 29 जनवरी 1984 को जन्म हुआ। उनके माता–पिता शिक्षक थे। माता-पिता की नौकरी के चलते पूरे से 35 किलोमीटर दूर स्थित गांव शिकरापुर में सरकारी स्कूल में निलेश क्षीर सागर की पहली से लेकर चौथी तक की पढ़ाई हुई। चौथी के बाद महाराष्ट्र के चर्चित प्रबोधिनी स्कूल से पढ़े। प्रबोधिनी स्कूल में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा होती है। जिसे महाराष्ट्र के सारे बच्चे दिलाते हैं। यह प्रवेश परीक्षा निलेश के जीवन की पहली परीक्षा थी। बारहवीं तक की पढ़ाई निलेश ने यही की।
दसवीं के बाद निलेश ने 11वीं 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ्स विषय लिए थे। शिक्षक पिता की सलाह के चलते बायो भी एडीशनल सब्जेक्ट के तौर पर निलेश से लेकर 12वीं उत्तीर्ण की। 12वीं के बाद निलेश ने मुख्य विषय गणित होने के बावजूद भी इंजीनियरिंग नहीं की बल्कि एमबीबीएस के लिए प्रवेश परीक्षा दिलाई। पर उन्हें सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश नहीं मिला। उन्हें प्राइवेट कॉलेज में एमबीबीएस मिल रहा था। पर निलेश को सरकारी कॉलेज से ही पढ़ना था। इसलिए उन्होंने सरकारी कॉलेज से बीएएमएस किया। बीएएमएस के बाद में वे यूपीएससी की तैयारियों में जुट गए। निलेश ने इंदिरा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट से एमबीए भी किया है। राजनीति विज्ञान में पुणे के तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ से एमए भी किया है। पब्लिक पॉलिसी में एमए भी किया है।