रायपुर। लोकतंत्र सेनानी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने नव नियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भेंट कर बधाई शुभकामनायें दी एवं उनसे निवेदन किया की कांग्रेस की भूपेश सरकार ने सत्ता में आते ही मीसा बंदियों की सम्मान निधि जिसे भाजपा की रमन सरकार ने देना प्रारम्भ किया व उन्हें लोकतंत्र सेनानी का दर्जा व स्वास्थ्य सुविधा से सम्मानित किया था उसे तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था,उक्त आदेशों के विरुद्ध मीसा बंदियों ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तो उच्च न्यायालय की सिंगल बेंच व डबल बेंच ने भी सरकार की कार्यवाही को असंवैधानिक व राजनैतिक दुर्भावना से किया गया बताते हुए ,प्रदेश सरकार के सारे आदेशों को निरस्त करते हुए मीसा बंदियों को पूर्वानुसार सम्मान निधि बकाया सहित प्रदान करने आदेशित किया।मुख्यमंत्री की तानाशाही के चलते नहीं दिया गया अपितु सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा वंशवाद को खुश करने खटखटाया गया,उपासने ने मुख्यमंत्री साय से कहा की इस आपातकाल की यातनाओं समान की गयी अवैधानिक कार्यवाही को भाजपा सरकार तत्काल निरस्त कर उच्च न्यायालय की डबल बेंच में अधिवक्ता सुप्रिया उपासने द्वारा मीसा बंदियों के पक्ष मे कराये गये आदेश के पालन में वर्ष 2019 से बकाया सम्मान निधि के साथ नियमित सम्मान निधि तत्काल प्रारम्भ की जावे।उपासने को आश्वस्त कर कहा की यह मीसा बंदियों की सोच व चिंता का विषय नहीं यह हमारी सरकार की प्राथमिकता में है,सरकार शीघ्र ही निर्णय ले मीसा बदियों के सम्मान को पुनः लौटाकर न्यायालय के आदेश का पालन करेगी।