रायपुर। राज्य सरकार ने भले ही आज शिक्षा विभाग में कुछ तबादलें किये हैं, लेकिन इन तबादलों की पटकथा नवंबर 2019 में ही लिखना शुरू हो गयी थी। भले ही विभाग तबादलों को लेकर नियमों का हवाला दे, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसकी अलग ही चर्चा है।
दरअसल आज राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग में 16 लोगों के तबादले किये हैं, जिनमें प्राचार्य, संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी वर्ग के अफसर शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के प्रदेश सचिव शारिक रईस खान ने 2 अक्टूबर 2019 में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से शिकायत की थी कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी स्कूल शिक्षा विभाग में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के मंत्रियों के करीबी लोग पदस्थ हैं। शारिक रईस की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए पुनिया ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कार्रवाई करने पत्र लिखा था।
गौरतलब बात ये है कि शारिक रईस के पत्र में जिन नामों का उल्लेख है, तबादला सूची में भी करीब-करीब वही नाम हैं। शारिक रईस का शिकायती पत्र और पुनिया का मुख्यमंत्री को लिखा पत्र सोशल मीडिया में वाइरल हो रहा है।
इस मामले में खान बताते हैं कि मैंने शिकायत जरूर की थी। उसके बाद मुख्यमंत्री महोदय और प्रदेश प्रभारी ने उसे गम्भीरता से लिया। लेकिन कार्रवाई केवल मेरी शिकायत करने से नहीं हो गयी। बकायदा विभागीय स्तर पर मेरे द्वारा उठाये गए बिन्दुओं पर जांच हुई। पाया गया कि लोग कई वर्षों से एक ही जगह पर टिके हुए हैं। इसके बाद उनका तबादला किया गया।