अर्थक्वैक में मिली पी.ऐच. डी.
छत्तीसगढ़ रायपुर की पायल ग्वालानी छत्तीसगढ़ की पहली और सिंधी समाज की पूरे देश से पहली छात्रा हैं जिसने ये उपलब्धि हासिल की है। पायल शुरू से मेघावी छात्रा रही हैं। सेंट पाल पेंशन बाड़ा स्कूल से स्कुलिंग करके सिविल जैसे विषय में सिम्बियासिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी पूने के बी.टेक में पूरे महाराष्ट्र में सर्वाधिक अंक अर्जित किये और प्रथम आई. ईस मुकाम के लिए पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा गोल्ड मेडल और दत्ता पुरूस्कार से सम्मानित हुई।
.ऐन आई टी नागपुर से स्ट्रक्चर डायनेमिक्स में ऐम टेक किया फिर आई आई टी रूरकी में सलेक्ट हो कर अर्थक्वैक में पी.ऐच. डी करके आज डा. सांईटिस्ट डा.बन गयी।
पायल का अर्थक्वैक में रिसर्च करने के लिए जर्मन सरकार ने सलेक्शन किया था और जर्मनी के पोस्टडैम से रिसर्च करके लंडन में अर्थक्वैक पर आयोजित सेमिनार में आई आई टी रुरकी की तरफ से वैझानिकों के मध्य अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत कर चुकी हैं।
पायल ग्वालानी पूर्व पार्षद कविता ग्वालानी और पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शिव ग्वालानी की पुत्री हैं।
पायल के पिता शिव ग्वालानी ने उनकी बिटिया की ईस उपलब्धि पर कहा की भगवान झूलेलाल सांई के अवतरण दिवस चेटीचंड के अवसर पर आई ईस खबर से उनका आंनद बहुत बढ़ गया है।
पायल ग्वालानी की ईस उपलब्धि पर सिंधी समाज में हर्ष की लहर है. अनेक सिंधी समाज के प्रमुख गणों ऐवं छत्तीसगढ़ के गणमान्य नागरिकों ने बधाइयाँ प्रेषित की हैं।