नई दिल्ली : कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों का आंदोलन लगातार आठवें दिन जारी है। इस आंदोलन की आग लगातार फैलती जा रही है। पिछली बार की विफल बातचीत के बाद आज दोबारा किसानों और सरकार के बीच वार्ता शुरू हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इससे कोई हल निकल सकता है। आंदोलन के कारण गुरुवार को लगातार आठवें दिन दिल्ली एनसीआर का यातायात प्रभावित है। कई बॉर्डर अभी भी बंद हैं। वहीं कई सड़कों को किसानों ने जाम कर दिया है।
भारतीय किसान यूनियन भानु के 4 सदस्य प्रतिनिधि मंडल को केंद्र सरकार की वार्ता में पुलिस दिल्ली ले गई है। यह लोग अपने साथ ज्ञापन लेकर बैठक के लिए रवाना हुए हैं।किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए विज्ञान भवन के बाहर भारी संख्या में पुलिस व अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है। विज्ञान भवन में अब तक 38 किसान संगठनों के प्रतिनिधि पहुंच चुके हैं।
कृषि मंत्री तोमर ने जताई सकारात्मक परिणाम की उम्मीद…
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के साथ बैठक से पहले कहा कि, सरकार लगातार किसानों से उनके मुद्दों पर बात कर रही है। आज चौथे दौर की बातचीत है और मुझे उम्मीद है कि इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे।
राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर ट्वीट कर कहा कि कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस नहीं लिया गया तो ये किसानों के साथ धोखा होगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘काले कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से रद्द करने से कम कुछ भी स्वीकार करना भारत और उसके किसानों के साथ विश्वासघात होगा।’
शाह के साथ कैप्टन अमरिंदर की बैठक शुरू…
अमित शाह के साथ बैठक के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह पहुंचे हैं जिसके बाद दोनों नेताओं की बैठक शुरू हो चुकी है। बता दें कि कैप्टन ने बहुत दिन पहले से ही इस बैठक के लिए समय मांगा था, जिस पर उन्हें आज का समय मिला है।
विज्ञान भवन पहुंचे किसान नेता…
सरकार से बातचीत के लिए किसान नेता जो सिंघु बॉर्डर से आज सुबह चले थे विज्ञान भवन पहुंच चुके हैं। यहां वह अपनी मांगों को लेकर सरकार से बात करेंगे।
कृषि मंत्री तोमर के गृह जिले ग्वालियर से हजारों किसानों ने किया कूच, पुलिस ने जाम किया यूपी बॉर्डर
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के गृह जिले ग्वालियर, मध्य प्रदेश से हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस ने यूपी बॉर्डर को जाम कर दिया, जिसके बाद किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया।