शेख इमरान, गरियाबंद : आप के लिए यह ख़बर बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण है इस लिए यह रिपोर्ट आप आराम और ध्यान से जरूर पढ़े, सब से पहले यह जाने की गरियाबंद जिले में पुलिस की विशेष पहल ”स्नेह छाया सेल“ आखिर क्या है और इसके मुख्य उद्देश्य क्या है।शेख इमरान, गरियाबंद : आप के लिए यह ख़बर बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण है इस लिए यह रिपोर्ट आप आराम और ध्यान से जरूर पढ़े, सब से पहले यह जाने की गरियाबंद जिले में पुलिस की विशेष पहल ”स्नेह छाया सेल“ आखिर क्या है और इसके मुख्य उद्देश्य क्या है।
🔹पुलिस महानिदेशक के महत्वकांक्षी योजना ”समर्पण“ से प्रेरित हो कर गरियाबंद पुलिस द्वारा ”स्नेह छाया सेल“ का गठन किया गया है।
🔹इस योजना का उद्देश्य वरिष्ठनागरिकों के विरूद्ध होने वाले अपराध/शिकायतों के प्रति त्वरित कार्यवाही हेतु किया जा रहा है।
🔹नई पीढ़ी एवं पुरानी पीढ़ी के संवाद अंतराल को कम करना।
🔹इस योजना में ग्राम रक्षा समीति एवं कोटवारों को सामिल कर टीमवर्क की भांति कार्य करना।
🔹थानों में बीट आरक्षक को 02-02 गांव भ्रमण कर वृद्वजन/वरिष्ठ नागरिकों की समस्या को थाना प्रभारी/वरिष्ठ अधिकारीगण को अवगत करायेंगे।
🔹थानों में पुलिसिंग के साथ बेसिक पुलिसिंग एवं बीट सिस्टम को सफल बनाना।
🔹इस कार्य का शुरूआत सर्वप्रथम पाण्डुका से थाने किया जायेगा।
बता दे कि पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी के महत्वकांक्षी योजना “समर्पण” से प्रेरित हो कर पुलिस महानिदेशक के दिशा-निर्देश एवं पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर डॉ.आनंद छाबड़ा के मार्गदर्शन में वरिष्ठ नागरिकों को समर्पित गरियाबंद पुलिस द्वारा ”स्नेह छाया सेल“ का गठन किया गया है ।जिसमें वृद्धजनों का समाज कल्याण विभाग एवं ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त कर। वृद्धजनों से मिल कर उनकी बेसिक समस्याओं का समाधान करना है। इस पूरे कार्य के लिए ”स्नेह छाया सेल“ के नाम से गठन किया गया है।
कम्प्यूटर पर डाटा तैयार कर वृद्धजनों से फीडबैक लेकर किया जायेगा समस्यों का समाधान।
इस सेल में प्रभारी व टीम के साथ जानकारी को लेकर कम्प्यूटर पर डाटा तैयार कर लगातार वृद्धजनों से फीडबैक लेकर उनकी समस्यों का समाधान किया जायेगा। इनकी सहायता के लिए सरपंच, ग्राम रक्षा समीति का सहयोग लिया जायेगा। साथ ही साथ इस योजना से नई पीढ़ी एवं पुरानी पीढ़ी के बीच संवाद अंतराल को कम करना है।
इस पूरे कार्य के लिए एक नया सेल स्नेह छाया सेल के नाम से गठन किया जायेगा इसका उद्देश्य निसहाय, आश्रित, कमजोर एवं वरिष्ठजनों को स्नेह छाया प्रदान करना है। इस योजना में शुरूवात इस प्रकार किया जायेगा। समाज कल्याण एवं ग्रामीणों तथा बीट आरक्षक से लिस्ट लेकर मॉनिटरिंग किया जायेगा। मॉनिटरिंग के दौरान वृद्धजनों का समस्या को गांव स्तर पर या गांव स्तर पर समस्या का समाधान नही होने पर वह बीट आरक्षक को बतायेगा, बीट आरक्षक अपने थाना प्रभारी को बतायेगा समस्या का समाधान नही होने पर वह वरिष्ठ अधिकारी को बतायेगा और समस्या का समाधान हर संभव अपने स्तर पर किया जाएगा। पर समस्या का सामधान नही होने पर अन्य विभाग से मद्द लेगर समस्या का समाधान किया जायेगा। ताकि वह अपने कठिन दिनों में अच्छा से जीवन यापन कर सके।
हर थानों में बीट आरक्षक को 02-02 गांव दिया जायेगा। जो अपने बीट क्षेत्र के गांव में जाकर वृद्धजनों की समस्या को थाना प्रभारी/वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करायेंगे। उसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समस्या का समाधान किया जायेगा। साथ ही थानों में पुलिसिंग के साथ बेसिक पुलिसिंग एवं बीट सिस्टम को सफल बनाना है। गरियाबंद पुसिल अधीक्षक भोजराम पटेल के द्वारा बताया गया कि इस कार्य की शुरूआत सर्वप्रथम थाना पाण्डुका से किया जायेगा। योजना का लाभ आमजन के लिए जिस प्रकार पुलिस आदर्श वाक्य परित्राणाय साधुनाम का सम्मान आमजन में बढे़गा साथ ही समाज में पुलिस का आचरण और बेहतर छवि बढ़ेगा और पुलिस के प्रति जनता का विश्वनीयता बढ़ेगा साथ ही पुसिल से बच्चे, युवा वरिष्ठ नागरियक भी जुडेंगे।