लगातार चौथे दिन सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान, सिर्फ पीएम और गृहमंत्री से बात करने को तैयार

नई दिल्ली : कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब हरियाणा के किसानों का आंदोलन रविवार को लगातार चौथे दिन जारी है। प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली जाने वाले एनएच-44 को पूरी तरह जाम कर दिया है। इससे यात्रियों के साथ-साथ प्रदर्शनस्थल के आसपास रहने वालों को भी दिक्कत हो रही है। किसानों का कहना है कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री व गृहमंत्री की ओर से लिखित में बातचीत का न्योता मिलेगा तभी बात बनने की उम्मीद है।

सिर्फ प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से बातचीत के लिए तैयार हैं किसान…
बीते चार दिनों से सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं। पहले वे दिल्ली जाना चाह रहे थे, लेकिन रोके जाने के बाद अब उन्होंने एनएच-44 को पूरी तरह जाम कर दिया है। प्रदर्शन में मौजूद किसान नेताओं ने यह साफ कर दिया है कि वे सिर्फ प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से बातचीत के लिए तैयार हैं और उसके लिए भी बुलावा लिखित में मिलता है तभी बात होने की उम्मीद है।

किसानों को भोजन करवा रहे दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सदस्य…
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति रविवार को आंदोलनकारी किसानों ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंची। यहां प्रबंधन समिति के सदस्य प्रदर्शन कर रहे किसानों को भोजन पानी उपलब्ध करवा रहे हैं।

जल्द से जल्द बातचीत होनी चाहिए: सत्येंद्र जैन
किसानों के आंदोलन और गृह मंत्री अमित शाह की शर्तों के बीच दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि किसानों से बात करने के लिए किसी तरह की शर्त नहीं होनी चाहिए। जल्द से जल्द बातचीत होनी चाहिए। वो हमारे देश के किसान हैं। वो जहां चाहें वहां उन्हें प्रदर्शन की अनुमति मिलनी चाहिए।

मन की बात में बोले मोदी- किसानों के बंधन समाप्त हुए…
प्रधानमंत्री मोदी ने भी रविवार को मन की बात कार्यक्रम में किसानों के मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा कि काफी विचार-विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया जिनसे न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नए अधिकार और नए अवसर भी मिले हैं।

‘नए कृषि कानूनों को पूरी तरह समझ नहीं पाए हैं आंदोलनरत किसान’
लगातार चल रहे किसानों के प्रदर्शन को लेकर नीति आयोग के सदस्य (कृषि) रमेश चंद ने कहा कि आंदोलनकारी किसान नए कृषि कानूनों को पूरी तरह समझ नहीं पाए हैं। नए कृषि कानूनों में किसानों की आय को बड़े पैमाने पर बढ़ाने की क्षमता है। चालू वित्त वर्ष 2020-21 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत से कुछ बेहतर रहेगी।

किसानों के साथ आतंकियों की तरह बर्ताव किया जा रहा: संजय राउत
शिवसेना के नेता संजय राउत ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा रहा है, ऐसा लगता है जैसे वो इस देश के हैं ही नहीं। किसानों के साथ आतंकियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चूंकि वे सिख हैं और पंजाब-हरियाणा से आए हैं, इसलिए उन्हें खालिस्तानी कहकर संबोधित किया जा रहा है। यह किसानों का अपमान है।

 

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