न्यूयॉर्क : भारत कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है। इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर पांच दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पर पहुंचे हैं। जयशंकर अपने अमेरिकी दौरे की शुरुआत में न्यूयॉर्क पहुंच गए हैं। उनका यह दौरा 28 मई तक जारी रहेगा। इस दौरान विदेश मंत्री अमेरिकी कंपनियों के साथ कोविड-19 रोधी टीके, घरेलू उत्पादन के लिए कच्चे माल की खरीद और टीकों के संयुक्त उत्पादन की संभावना के बारे में चर्चा करने की संभावना है।
24 से 28 मई 2021 तक अमेरिका की यात्रा पर…
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ”विदेश मंत्री एस जयशंकर 24 से 28 मई 2021 तक अमेरिका की यात्रा पर न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। न्यूयार्क में उनके संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस से मुलाकात करने की संभावना है।”
जो बाइडन के सत्ता संभालने के बाद भारत के किसी वरिष्ठ मंत्री की यह पहली यात्रा
मंत्रालय ने बताया कि जयशंकर वाशिंगटन में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के साथ चर्चा करेंगे। वे अमेरिकी मंत्रिमंडल के सदस्यों एवं वहां के प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय संबंधों के बारे में चर्चा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के जनवरी में सत्ता संभालने के बाद भारत के किसी वरिष्ठ मंत्री की यह पहली यात्रा है।
समझा जाता है कि इस यात्रा के दौरान जयशंकर भारत में कोविड-19 रोधी टीके के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिए अमेरिका से कच्चे माल की आपूर्ति तेज करने पर जोर दे सकते हैं। साथ ही टीके के संयुक्त उत्पादन की संभावना के बारे में भी वह चर्चा करेंगे। मंत्रालय के बयान के अनुसार, विदेश मंत्री की यात्रा के दौरान उनका, भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक एवं कोविड-19 महामारी से जुड़े सहयोग को लेकर कारोबारी मंचों से संवाद का कार्यक्रम है।
जयशंकर की अमेरिका यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब एक दिन पहले ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत, अमेरिकी उद्यमों के साथ कोविड-19 रोधी टीकों की खरीद और बाद में देश में उसके उत्पादन की संभावना के बारे में बातचीत कर रहा है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से प्रभावित भारत कोविड-19 रोधी टीके के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के साथ विदेशों से टीके की खरीद पर जोर दे रहा है ।