मुंबई : मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो मिलने और उसके मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुरू कर दी है। टीम ने मंगलवार को मुंबई पहुंचते ही कई जगह छापेमारी कर अहम सबूत जुटाए हैं। वहीं इन दोनों मामलों में पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के नाम पर हो रही छींटाकशी के बाद महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें क्राइम ब्रांच से हटा दिया है।
Sachin Vaze will be removed from the Crime Branch and posted in some other department. It is being done so that an impartial investigation can be conducted in this case (Mansukh Hiren death case): Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh in the Legislative Council
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— ANI (@ANI) March 10, 2021
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को विधान परिषद में बताया कि इन दोनों में संदिग्ध भूमिका के आरोप लगने के चलते सचिन वाझे को क्राइम ब्रांच से हटा दिया गया है। वाझे को दूसरे विभाग में तैनात किया गया है ताकि मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष जांच हो सके। महाराष्ट्र सरकार की ओर से सचिन वाझे का क्राइम ब्रांच से दूसरे विभाग में स्थानांतरण की घोषणा के बाद विपक्ष ने विधान परिषद में जमकर हंगामा किया। इस दौरान विपक्षी पार्टी भाजपा के सदस्यों ने सचिन वाझे को निलंबित कर गिरफ्तार करने की मांग की।
एनआईए ने कई जगह छापेमारी की
सूत्रों ने बताया कि एनआईए टीम उस इनोवा की जांच के नतीजे के काफी करीब पहुंच चुकी है, जो स्कॉर्पियो के पीछे दो बार नजर आई थी। एनआईए की इस टीम को इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) लेवल के अधिकारी लीड कर रहे हैं। मंगलवार को एक टीम एनटीलिया पहुंची और वहां के सुरक्षाकर्मियों और सुरक्षा अधिकारी से पूछताछ की है। टीम ने वहां से सीसीटीवी फुटेज भी अपने कब्जे में ली है। एनआईए की टीम के साथ गामदेवी पुलिस स्टेशन के कुछ अधिकारी और डीसीपी राजीव जैन भी साथ में थे। जैन ने ही केस से जुड़ी सारी जानकारी एनआईए को दी। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि टीम आज इस घटना के सीन को रिकंस्ट्रक्शन करेगी।