यूट्यूब पर फेक न्यूज फैलाकर 15 लाख की कमाई करने वाला इंजीनियर गिरफ्तार

मुंबई : बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजूपत की मौत के बाद से यूट्यूब पर फेक न्यूज फैलाने के आरोप में एक यूट्यूबर को मुंबई पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया है। यूट्यूबर पर आरोप है कि उसने अभिनेता की मौत के बारे में बीते चार महीनों में फेक न्यूज फैलाकर 15 लाख रुपये की कमाई की है।

दरअसल, इस मामले में शिवसेना की लीगल सेल से जुड़े वकील धर्मेंद्र मिश्रा ने आरोपी पर मानहानि, सार्वजनिक रूप से बदनाम करने और जानबूझकर अपमान के आरोप में पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद पुलिस की एक टीम बिहार पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

आरोपी पेशे से इंजीनियर
आरोपी का नाम राशिद सिद्दीकी (25) है और वह पेशे से एक सिविल इंजीनियर है। सिद्दीकी का यूट्यूब पर ‘एफएफ न्यूज’ नाम से एक चैनल है। फिलहाल, आरोपी को अदालत से  जमानत मिल चुकी है। हालांकि, अदालत ने उसे जांच में सहयोग करने को कहा है।

आदित्य ठाकरे, अक्षय कुमार के भी नाम जोड़े
सिद्दीकी ने अभिनेता सुशांत मामले में मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र सरकार, मंत्री आदित्य ठाकरे और अभिनेता अक्षय कुमार के खिलाफ ढेर सारी फेक न्यूज वाली खबरों को यूट्यूब पर प्रसारित किया। इन खबरों को लाखों लोगों ने देखा था।

फेक न्यूज से सब्सक्राइबर भी बढ़े
पुलिस ने बताया है कि आरोपी सिद्दीकी ने अभिनेता की मौत के बाद की फर्जी खबरों से करीब 15 लाख रुपये की कमाई की। सुशांत की मौत से पहले सिद्दीकी के यूट्यूब चैनल पर दो लाख सब्सक्राइबर थे, जो अब बढ़कर 3.70 लाख हो गए हैं।

अक्षय ने लगाया 500 करोड़ रुपये का मानहानि दावा
बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता अक्षय कुमार ने भी आरोपी राशिद सिद्दीकी के खिलाफ 500 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा किया है। दरअसल, सिद्दीकी ने अपनी एक वीडियो में यह दावा किया था कि अक्षय कुमार ने सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती को कनाडा में छिपा कर रखा हुआ है।

फेक न्यूज को लेकर दिल्ली से गिरफ्तार हुआ था एक वकील
इससे पहले भी ऐसे ही एक मामले में दिल्ली के एक वकील की गिरफ्तारी हुई थी। मुंबई साइबर पुलिस ने वकील विभोर आनंद को गिरफ्तार किया था। सुशांत की मौत के बाद आनंद ने यूट्यूब पर मौत से संबंधित ढेरों फेक वीडियो को पोस्ट किया, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे को निशाना बनाया गया। इसमें दोनों नेताओं पर बेबुनियादी आरोप लगाए गए।

 

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