संतोष प्रधान,जांजगीर-चांपा : कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में क्वारेंटीन सेंटर के क्लस्टर प्रभारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि क्लस्टर प्रभारियो को 10 से 12 क्वारेंटीन सेंटर की जिम्मेदारी दी गई है।
क्वारेंटीन सेंटर में रुके हुए श्रमिकों की विस्तृत जानकारी, सेंटर की स्वच्छता, श्रमिकों का स्वास्थ्य पर सतत निगरानी रखने की जिम्मेदारी है। क्वारेंटीन किए गए बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग एवं अस्वस्थ लोगों की जानकारी लेकर उनको आवश्यक दवाई उपलब्ध करवाने व टीकाकरण करवाने आदि उपलब्ध कराना होगा।
इसके लिए वे स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करेंगे। इसी प्रकार क्वारेंटीन सेंटर के निरीक्षण के समय उन्हें सेंटर भवन के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। रुके हुए श्रमिकों के साथ आत्मीयता से बात करते हुए चेक लिस्ट के अनुसार सभी बिंदुओं की जानकारी एकत्र करेंगे। क्वारेंटीन सेंटर के अंदर सभी श्रमिकों के पास मास्क की उपलब्धता और सोशल डिस्टेंस का भी पालन करवाना होगा। भोजन व्यवस्था एवं भोजन के बाद दोना पत्तल का सुरक्षित निष्पादन का भी निरीक्षण करेंगे।
सभी क्वारेंटीन सेंटर में स्नान और शौचालय की समुचित व्यवस्था की भी जांच करना होगा। संबंधित विभागो से समन्वय कर सभी सेंटरों में सोडियम हाइपोक्लोराइट ब्लीचिंग पाउडर आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करवाएंगे।
क्वारेंटीन किए गए श्रमिकों के साथ बाहरी लोगों का संपर्क बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। क्वारेंटीन सेंटर से कोई बाहर ना आ जाए और बाहर का कोई व्यक्ति सेंटर में प्रवेश ना कर सकें। संबंधित क्षेत्र के गांव में जनजागरूकता के लिए आवश्यक सूचना की मुनादी भी करवाना होगा।
कंटेनमेंट जोन घोषित होने की स्थिति में निश्चित क्षेत्र में बैरिकेटिंग कर आवागमन को प्रतिबंधित करना, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, कंटेनमेंट जोन में सेनेटराइजेशन के लिए दवा का छिड़काव, एक्टिव सर्विलांस टीम से सर्वे करवाना आदि का भी कार्य क्लस्टर प्रभारियो द्वारा करवाया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि क्वारेंटीन सेंटर के अंदर संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, जनपद पंचायत के सीईओ,सीई तहसीलदार, थाना प्रभारी का संपर्क नंबर भी लिखवाना होगा। ताकि आवश्यक पड़ने पर क्वॉरेंटीन किए गए श्रमिक सीधे इनस संपर्क कर सकें। बैठक में अपर कलेक्टर लीना कोसम, डिप्टी कलेक्टर के एस पैकरा सहित क्लस्टर के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।