नई दिल्ली : देश में एक साल पहले वैश्विक महामारी ने दस्तक दी थी। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में आज से ठीक एक साल पहले इसी दिन जनता कर्फ्यू लगाया गया था और आज एक साल बाद देश कोरोना संक्रमण से बुरी तरह जूझ रहा है। देश में लगातार कोरोना संक्रमण का कहर बढ़ता जा रहा है। कई राज्यों में स्थिति विकराल होने के बाद कई तरह की पाबंदियां लगाईं गईं हैं।
देश में कोरोना के नए मामले हर दिन पिछले साल के रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। इस साल सोमवार सुबह बीते 24 घंटे में पहली बार कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 46,951 नए मामले दर्ज किए गए। करीब पांच महीने बाद कोरोना के नए मरीजों की यह सर्वाधिक संख्या है। वहीं कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या भी चिंता बढ़ा रही है। पिछले 24 घंटों में 212 से अधिक लोगों की जान चली गई। केंद्रीय मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पांच महीने के बाद सर्वाधिक मामले आए
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के रिकॉर्ड 46,951 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,16,46,081 पहुंच गए हैं। बता दें कि इस साल का सर्वाधिक आंकड़ा है, जबकि पिछले साल 6 नवंबर को 47,000 कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए थे।वहीं पिछले 24 घंटे में इस जानलेवा संक्रमण से 212 लोगों की जान चली गई है, इसी के साथ मरने वालों की संख्या 1,59,967 पहुंच गई है।
सक्रिय मामले तीन लाख के पार
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 21,180 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। इसी के साथ देश में अब तक 1,11,51,468 मरीज कोरोना वायरस को मात देने में सफल रहे हैं। रोजाना के आधार पर दर्ज होने वाले नए कोरोना केसों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या आधी से भी कम रह गई है। वहीं पिछले कई महीनों बाद कोरोना के सक्रिय मामले मार्च में एक बार फिर तीन लाख के पार पहुंच गए हैं, जबकि इससे पहले सक्रिय मामले लगातार दो लाख से नीचे बने हुए थे। फिलहाल, देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 3,34,646 हैं।
बता दें कि देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण जारी है। अब तक 4,50,65,998 लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है।