अमेरिकी में कोरोना महामारी के असर के बारे में किए गए अपनी तरह के पहले सर्वे से पता चला है कि हर पांच में दो भारतीय मूल का अमेरिकी नागरिक कोविड-19 के कारण अपनी दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता को लेकर चिंतित हैं। यहां लगभग सभी लोग अपनी जीवन शैली में बदलाव कर रहे हैं।
फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 30 फीसदी भारतवंशियों की नौकरियों और इंटर्नशिप पर आर्थिक असर पड़ा है। छह में से एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया या भारतीय समुदाय के किसी परिवार के ऐसे सदस्य को जानता है, जो संक्रमण की चपेट आ गया। कोरोना के कारण कुछ ही भारतवंशियों पर आव्रजन संबंधी असर पड़ा है।
एफआईआईडीएस के निदेशक खांडेराव कंद के मुताबिक, हमारी संस्था ने भारतीय समुदाय पर कोरोना के असर का पता लगाने के लिए सर्वे किया, जो अपनी तरह का पहला सर्वे है। खांडेराव ने बताया कि सर्वे में पाया गया कि छह भारतवंशी में से पांच के पारिवारिक संबंधों में कोरोना से कोई बदलाव या सकारात्मक बदलाव नहीं आया। जबकि चार में से एक भारतीय को तनाव महसूस हुआ। लगभग हर भारतवंशी अपनी जीवन शैली बदल रहा है।