दमोह की घटना को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रभारी जीतू पटवारी एवं मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा की मीडिया से चर्चा-
इंदौर। दमोह उपचुनाव में भाजपा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है इसीलिए वह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर , भ्रष्टाचार की काली कमाई के करोड़ों रुपए लुटा कर ,हर हथकंडे अपनाकर चुनाव जीतना चाहती है।
दमोह के कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने अपने समर्थकों के साथ जाकर श्याम नगर स्थित क्लब हाउस में खड़ी एक सरकारी गाड़ी जिसमें करोड़ों रुपए दमोह चुनाव में मतदाताओं को बांटने के लिए रखे हुए थे ,को घेरकर पुलिस को मौके पर बुलाकर इस गाड़ी को ज़ब्त करने का आग्रह किया।साथ ही पुलिस प्रशासन को अवगत भी कराया कि इसी क्लब हाउस के कमरा नंबर 101 में भी करोड़ों रुपए मतदाताओं को बांटने के लिए रखे हुए है लेकिन भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने तानाशाही व एकपक्षीय रवैया अपनाते हुए उक्त गाड़ी को पुलिस अभिरक्षा में मौके से भगा दिया और उल्टा कांग्रेस प्रत्याशी व उनके समर्थकों के ख़िलाफ़ दमनकारी वह गुंडागर्दी पूर्ण रवैया अपनाते हुए उन्हें ही पुलिस हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस इस घटना की निंदा करती है।यह लोकतंत्र की हत्या की पराकाष्ठा है ,लोकतंत्र का चीर हरण है।एक तरफ मध्यप्रदेश में कोरोना से रोज मौतें हो रही है ,लोग हताहत हो रहे हैं ,सरकार को उसके लिए आपातकालीन योजना बनाना चाहिए ,हमारे मुख्यमंत्री जी को दिन-रात मेहनत ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिये ,बेड की कमी दूर करने के लिये ,दवाइयों की कमी दूर करने के लिये करना चाहिये चाहिए , आज लोग जीवन रक्षक दवाइयों के लिए दर-दर भटक रहे हैं ,उनकी मौत हो रही है और दूसरी तरफ़ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान दमोह चुनाव जीतने पर है और चुनाव जीतने के लिए सरकारी गाड़ी में करोड़ों रुपए भरकर लाये जा रहे हैं ? जिम्मेदार मंत्री भूपेंद्र सिंह की इस काम में ड्यूटी लगाई गई है।पहले विधायकों को खरीदा गया , अब नोट से वोट खरीदने चलें है।
कांग्रेस के प्रत्याशी मौके पर मौजूद थे ,उन्होंने मीडिया को भी इस घटना की जानकारी दी ,प्रमाण के रूप में इसका वीडियो भी है लेकिन चुनाव आयोग ,पुलिस प्रशासन ने उस गाड़ी को जप्त करने व कार्रवाई करने की बजाय कांग्रेस प्रत्याशी को ही थाने में बैठा दिया ? यह लोकतंत्र है या तानाशाही , यह लोकतंत्र है या हिटलरशाही ?
आज संविधान तार-तार हो रहा है , यह मोदीजी का नया भारत है ? हम मांग करते हैं कि वह कमरा सील होना चाहिए और गाड़ी ज़ब्त होना चाहिये , वहाँ के एसपी का रवैया भाजपा के एजेंट के रूप में है।वहां का स्थानीय पुलिस प्रशासन गाड़ी को भगाने की मदद में लगा हुआ था।
कांग्रेस इसकी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी , सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को लेकर हम न्यायालय भी जाएंगे , आचार संहिता में कैसे यह सरकारी गाड़ी क्षेत्र से बाहर क्यों नहीं की गयी , यह सवाल आज सामने हैं।भाजपा और उसके नेता आज सत्ता की हवस में अंधे हो चुके हैं , कैसे भी सत्ता हथियाना चाहते हैं ,यह लोकतंत्र का चीरहरण करने में लगे हुए है , कांग्रेस इसकी निंदा करती है।
कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर चुनाव आयोग से लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटायेगी और दोषी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर कार्रवाई की भी माँग करेगी।