न्यूयॉर्क : विश्व में इंस्टाग्राम के करीब 100 करोड़ एक्टिव यूजर बनाने के बावजूद इसकी मालिकाना कंपनी फेसबुक को तसल्ली नहीं हुई है और अब वह छोटे बच्चों में भी सोशल मीडिया का जहर घोलने की तैयारी में बच्चों का इंस्टाग्राम उतारने जा रहा है।
इसके जरिए वह करोड़ों छोटे बच्चों को अपना यूजर बनाना चाहता है। इसके घातक खतरों को समझते हुए अमेरिका के 44 राज्यों के अटॉर्नी जनरलों ने विरोध कर फेसबुक को तत्काल रोकने को कहा है।
फेसबुक के कदम के घातक नतीजों को समझते हुए अमेरिका के 44 राज्यों के अटॉर्नी जनरलों ने एतराज जताया है। विशेषज्ञों द्वारा चिंता जताई जा रही है कि फेसबुक का यह इंस्टाग्राम छोटे बच्चों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करेगा।
उन्हें साइबर बुलिंग और ऑनलाइन रहने वाले बाल यौन शोषकों की पहुंच में भी ला सकता है। उन्होंने इसके लिए फेसबुक के मुखिया मार्क जुकरबर्ग को लिखे पत्र में साफ शब्दों में कहा कि वैसे भी फेसबुक का रिकॉर्ड बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा देने में बहुत घटिया है।
बच्चों के लिए उसका यह नया कदम बहुत खतरनाक हो सकता है। फेसबुक ने 2012 में इंस्टाग्राम को खरीदा था । इसका यूजर बनने के लिए वर्तमान में न्यूनतम आयु 13 वर्ष रखी गई है।
फेसबुक केवल मुनाफा देख रहा…
इन 44 राज्यों के अनुसार बच्चों का इंस्टाग्राम बनाकर फेसबुक केवल अपनी कंपनी का आर्थिक फायदा और मुनाफा देख रहा है। न्यूयॉर्क की स्टेट अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स ने कहा कि यह बहुत ही घातक विचार है। बच्चों को सीधे खतरे के हवाले करने जैसा है। लगभग हर वर्ग में इसे लेकर चिंता जताई जा रही है, इसलिए हमने फेसबुक को इंस्टाग्राम का यह प्रारूप रोकने के लिए कहा है।
इस मामले में फेसबुक का कहना…
बच्चे पहले से ऑनलाइन फेसबुक के एक प्रवक्ता एंडी स्टोन ने कहा कि आज हर अभिभावक जानता है बच्चे पहले से ऑनलाइन आ चुके हैं। बच्चों के इंस्टाग्राम से हम उन्हें बेहतर माहौल देना चाहते हैं। साथ ही अभिभावकों को भी बच्चों के ऑनलाइन गतिविधियों की जानकारी होगी और उसे नियंत्रित करने का मौका मिलेगा। फेसबुक के अनुसार बच्चों के इंस्टाग्राम में सुरक्षा और निजता का खास ध्यान रखा जाएगा।