शदानी दरबार के प्रतिनिधि संत उदय लाल शदानी से हुई भेंट
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शिव ग्वालानी को दी बधाई।
रायपुर। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शिव ग्वालानी के निवास पर पंहुच कर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी चंदन यादव ने शिव ग्वालानी को उनके शानदार लेखन और किताब के हजारों पाठकों तक पंहुचने की बधाई दी।
लेखक शिव ग्वालानी के निवास पर सिंधी समाज के विकास, पुनुरूथान, सामाजिक विषय के साथ साथ राजनैतिक विषय पर समाज के युवाओं और मुखी गणों के मध्य ऐक विचार गोष्ठी का आयोजन शहर जिला कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रवि ग्वालानी ने किया था।ईस विचार गोष्ठी में लेखक शिव ग्वालानी ने विस्तार से बताया की सिंधी समाज विभाजन की त्रासदी से कैसे रूबरू हुआ और कैसे पूरे देश में पंहुचा।.
लेखक ने बताया की सिंधी समाज को रातों रात अपनी धन सम्पत्ति जमीन छोड़ कर अपने परिवार और धर्म की रक्षा करने के लिए खाली हाथ स्थान बदलना पड़ा और पूरे देश में अलग अलग स्थानों पर जाकर अपना जीवन यापन करना पड़ा।
शिव ग्वालानी ने बताया की आज़ादी के पछतर वर्षों के बाद भी सिंधी समाज को शरणार्थी संबोधन सुनना पढ़ता है *जबकि सिंधी समाज विस्थापित था न की शरणार्थी.* सिंधी को ऐक अलग धर्म भी समझा जाता रहा है जबकि सिंधी ऐक बोली है और सिंधी समाज हिंदू है।लेखक ने प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी चंदन यादव को अधिकांश सिंधी समाज के बीजेपी की तरफ रूझान के कारण भी विस्तार से बताये।
लेखक ने आगे बताया की उन्होंने अपनीआने वाली दूसरी किताब में सिंधी समाज की संत प्रथा और पूरे देश में सिंधी समाज की स्थापना पर प्रकाश डाला है।
चंदन यादव ने सिंधी समाज को पुरूष्रारथी समाज बतलाते हुये कहा की सिंधी समाज के लिए कांग्रेस पार्टी ने बहुत कार्य किये हैं, सिंधी भाषा को देश की भाषाओं में शामिल करने का प्रस्ताव भी कांग्रेस ने ही दिया था.सिंधी समाज कभी भी कांग्रेस से दूर नहीं रहा।
चंदन यादव ने आगे कहा की कांग्रेस पार्टी सिंधी समाज की विभाजन की पीड़ा को अच्छे से समझती है, सिंधी समाज को सिंधी राज्य का कोई भी हिस्सा न मिल पाने की पीड़ा का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी ईस बात के दर्द को बांटने की दिशा में पहल कर रही है और जो भी सामाजिक फोरम से सुझाव आयेंगे उस पर गंभीरता से विचार करेगी।
चंदन यादव ने लेखक शिव ग्वालानी को उनकी शानदार लेखन की बधाई देते हुये कहा की यह न केवल समाज के लिए ब्लकि पार्टी के लिए भी सम्मान की बात है, उन्होंने कहा की वे स्वयं जे.ऐन.यू.से डाक्टरेट हैं पी.ऐच.डी है और बिहार के छोटे से गांव से आते हैं, उनके परिवार ने देश की आजादी में महती भूमिका निभाई है और स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं।
शदानी दरबार के प्रतिनिधि संत उदय लाल जी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुये कहा की शदानी दरबार का नाम पूरी दुनिया में भाईचारा फैलाने के लिए जाना जाता रहा है.।
शदानी दरबार हिंदू मुस्लिम ऐकता,देश विदेशों के मध्य सामंजस्य ,प्रेम व्यवहार स्थापित करने के लिए जत्थों के साथ यात्रायें करता रहता है और सभी सरकारें साथ देती रही हैं। संत ने शिव ग्वालानी को बधाई देते हुये कहा की सिंधी समाज के बारे में संत प्रथा के बारे में, संतों के सत्कर्मों के बारे में अपनी ने वाली दूसरी किताब में लिख कर उन्होंने साधुवाद का काम किया है।
संत ने आगे कहा की लेखन के क्षेत्र में सिंधी समाज की बहुत कम प्रतिभायें है ।
नगर निगम के सभापति पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने कहा की सिंधी समाज के बारे में ईतने विस्तार से जानकर वे अभिभूत हुये हैं, गोष्ठी में आये हुये मुखी गणों, युवाओं को आश्वस्त किया की उनकी सरकार ईमानदारी से सभी की बातों पर विचार करके जनहित में फैसले लेगी।
गोष्ठी में अपने विचार रखते हुये शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा की सिंधी समाज की मंशा अनुरूप राजनीतिक क्षेत्र में समाज को प्रतिनिधित्व मिले ईस पर काम करेंगे।
आई सी ऐ आई सीऐ ऐसोसिएशन के अध्यक्ष अमिताभ दुबे ने कहा की सिंधी समाज की विभाजन की त्रासदी और फिर सिंधी समाज की प्रगति की गाथा सुनकर वे बहुत प्रभावित हुये हैं, सिंधी समाज सभी समाजों के लिए प्रेरणा दायक समाज है.उन्होंने लेखक को ईस ग्यान गोष्ठी और उनकी किताब के लिये बधाई देते हुये कहा की ईससे अन्य समाज को जानकारी भी मिलेगी और प्रेरणा भी। वरिष्ठ पत्रकार शंकर पांडे ने गोष्ठी में आये हुये सम्मानित गणों का आभार प्रदर्शन करते हुये अपने विचार रखे।
गोष्ठी में सिंधी समाज के मुखी गणों, युवाओं के साथ साथ सभी धर्मों के युवा शामिल हुये.
प्रमुख रूप से मुखी डा. गोपाल दासचावला, मुखी नामदेव मंधान, मुखी बलराम आहूजा, मुखी अमर सचदेव, मुखी। डॉ एन डी गजवानी,
शंकर रामानी, चेम्बर कार्यकारी अध्यक्ष राम मंधान, चैंबर उपाध्यक्ष हीरा मखीजा,कारोबारी अनिल आहूजा, नरेश तालरेजा, नरेश चिमनानी, गौतम रेलवानी, अविनाश खेतपाल, सीए मुकेश मोटवानी, सीए विकेश दोदई, सीए आशीष कृष्णानी, सीए अश्विन रंगलानी, सीए विक्रम तलरेजा, एडवोकेट संदीप तौरानी, एडवोकेट विनय नागदेव, सुरेश वासवानी, समाजसेवी विनोद छेत्तीजा, विनोद प्रितवानी,आदि उपस्थित थे.