रायपुर। छत्तीशगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण लॉकडाउन से उपजे हालात पर चिंता व आत्मविस्वास बढ़ाते हुए अपने निर्वाचन क्षेत्र शक्ति, जांजगीर चांपा जिले के सरपंचों, पार्षदों, पंचायत प्रतिनिधियों को पत्र लिखते हुए कहा कि, प्रिय भाइयों एवं बहनों, आशा है कि आप सपरिवार, अपने ईष्टगण, मित्रों और गांव वालों के साथ स्वस्थ एवं सुरक्षित होंगे, कोरोना (# covid19) की महामारी से आप सब अवगत ही हैं। शासन द्वारा इसके बचाव और रोकथाम के लिए सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही सेवाभावी व्यक्तियों एवं संगठनों के द्वारा भी स्वेच्छापूर्वक धन राशि अथवा सामग्री के स्वरूप में जनकल्याण हेतु सहयोग दिया जा रहा है।
विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने इस संदर्भ में विनम्र अनुरोध करते हुए कहा कि, आप भी अपने सामाजिक दायित्व के प्रति जागरूक रहें। ग्रामीण स्तर पर भाई-बहनों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक करते रहें, लोगों को समझाइश दें कि वे शासन के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएं। आप स्वयं और अपने सहयोगियों की सहायता से कृपया यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि आपके गांव में और आसपास के इलाकों में कोई भी ग्रामीण बुनियादी सुविधाओं से वंचित ना हो। गरीब, पीड़ित, निराश्रित, दिव्यांग एवं जिनकी देखरेख करने वाला कोई ना हो, ऐसे व्यक्तियों की देखरेख पोषण और सामाजिक सुरक्षा की जिम्मेदारी कृपया आप अपने कंधों पर लें। इस हेतु निःसंकोच संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से तत्काल संपर्क कर आवश्यक सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। सरकार सर्व सहयोग हेतु दृढ़ संकल्पित है।
मैं लॉकडाउन की इस अवधि में अपने क्षेत्र के मतदाताओं, अपने ईष्ट मित्रों, कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के निरंतर संपर्क में हूँ तथा उनसे इस महामारी के संबंध में नित्य अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहता हूँ तथा आवश्यकतानुसार बचाव, रोकथाम एवं सहयोग हेतु प्रयत्नशील रहता हूँ। इस महामारी के कारण नित्य हो रहे अपार जनधन की हानि से मैं अत्यंत व्यथित, विचलित व दुखी हूँ, प्रत्येक संक्रमित व प्रभावित व्यक्ति के प्रति मेरी संवेदना है। मैं आप सबसे यह भी व्यक्तिगत अनुरोध करना चाहूंगा कि कृपया स्व-सहायता समूहों तथा स्वैच्छिक सेवाभावी संगठनों, व्यापारियों, प्रतिष्ठित गणमान्य नागरिकों से भी यथासंभव सहयोग प्राप्त करें तथा जनता के कल्याण, उनके राहत एवं बचाव के लिए आगे आएं। विपरीत समय में ही मनुष्य के परीक्षा की घड़ी होती है, आइए आप और हम सब मिलकर, जनता की मदद के लिए सामूहिक प्रयास करें। इस संकट की घड़ी में मैं सदैव पूर्व की भांति आप सबके साथ हूँ, मेरे लायक कोई भी कार्य यदि आपको आवश्यक लगे तो निःसंकोच बताइए।