दिल्ली। बीते साल हमारे देश ने भी कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया। इसमें सबसे बड़ी भूमिका उन अफसरों की रही जिन्होंने अपने अनूठे तरीके अपना कर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया और सुरक्षित रहने का संदेश दिया। ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने देशभर में ऐसे आईएस और आईपीएस अफसरों को चुना जिन्होंने गंभीर हालत में अपनी डयूटी को अपने परिवार से भी पहले रखा, ये सब उन्होंने आम जनता की सुरक्षा को लेकर किया। छत्तीसगढ़ से भी ऐसे ही दो आईपीएस अफसर को इस सूची में शामिल किया गया। रायगढ़ जिले में एसपी के रूप में कमान संभाल रहे संतोष कुमार सिंह ने महामारी के इस दौर में आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए रक्षा बंधन पर “इस रक्षा बंधन एक रक्षा सूत्र मास्क का” अभियान चलाया जो पूरे देश में बेस्ट पुलिसिंग के लिए जाना गया। एसपी संतोष कुमार सिंह के इस अभियान के दौरान करीब 12 लाख मास्क का वितरण किया गया जो एक रिकॉर्ड की सूची में शामिल किया गया। इसके पहले भीआदिवासी जिले नारायणपुर एसपी रहते हुए संतोष कुमार सिंह ने पुलिस और पब्लिक रिलेशन को लेकर ” कम्युनिटिंग पुलिसिंग ” पर बेहतर काम किया है जो पूरे छत्तीसगढ़ में जाना जाता है। महासमुंद में भी उनकी पुलिसिंग को लोग याद करते हैं।
साल 2020 में भी उन्होंने जो किया जो एक मील का पत्थर साबित हुआ। देश में अफसरों की कमी नहीं है लेकिन कुछ ही अफसर ऐसे होते हैं जो जनता के दिल जगह बना पाते हैं। एसपी संतोष कुमार सिंह उनमें से एक हैं।
ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने छत्तीसगढ़ के एक अन्य आईपीएस दीपांशु काबरा को भी ये अवार्ड दिया है।