{किश्त 24}
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता तथा अविभाजित मध्यप्रदेश सहित छ्ग मंत्रिमंडल में वर्षो तक शामिल रहे बृजमोहन अग्रवाल लगातार 7 बार विधायक बन चुके हैंऔर आठवीं बार चुनाव समर में हैं।छात्र राजनीति से होकर अविभाजित म.प्र. में सन 1990 में पहली बार रायपुर शहर से विधायक बने तथा उसके बाद 93, 98,2003,2008,2013 तथा 2018 में लगातार विधायक बनते आ रहे हैं। पटवा मंत्रिमंडल में नगरीय प्रशासन-पर्यटन राज्यमंत्री बने तो उसके बाद 2003 से भाजपा की सरकार बनने के बाद डॉ रमन सिंह मंत्रिमंडल लगातार कबीना मंत्री बनते रहे हैं, ये छ्ग में गृह मंत्री भी रहे।2018में चुनाव जीतकर विधान पुरुष के रूप में चर्चित मथुरा प्रसाद दुबे के लगातार 7 बार विधायक बनने की बराबरी भी कर चुके हैँ ।हालांकि मथुरा प्रसाद दुबे ने मरवाही से 52,57,62 तथा कोटा विधानसभा से 67,72,77 तथा 80 का चुनाव जीता था। वैसे बृजमोहन अग्रवाल से वरिष्ठ विधायक कांग्रेस के सत्यनारायण शर्मा है उन्होंने 1985 में पहला विधानसभा चुनाव जीता था वे लगातार 85, 90, 93, 98, 2003 2013 तथा 2018 का विस चुनाव जीतकर विधायक बनते रहे पर 2008 के विधानसभा चुनाव वे पराजित हो गये थे।इस बार वे चुनाव समऱ में नहीं उतरे हैं।वैसे 6 बार लगातार विधायक बनने वालों में बिल्हा से चित्रकांत जायसवाल भी 62, 67, 72, 77, 80 तथा 85 में विस चुनाव जीत चुके हैं। स्व.पंडित श्यामाचरण शुक्ल भी 6 बार विधायक बन चुके हैं।स्व.नंदकुमार पटेल ने भी अपनी विधान सभा की पारी 90 से शुरू की थी और फिर 93, 98,2003, 2008,तक लगातार विधायक बनते रहे फिर झीरम नक्सली वारदात में उनकी हत्या कर दी गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविन्द्र चौबे भी 85, 90,93, 98,2003, 2008,2018तक विधायक बनते रहे पर 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा,वे इस बार फिर अपनी परंपरागत सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।स्व.झुमुकलाल भेडिय़ा भी 6 बार विधायक बनने में सफल रहे 62, 67, 72, 77,80 तथा 90 में विधायक बने। 85 के विस चुनाव में उनके स्थान पर उनकी पत्नी साज भेडिय़ा प्रत्याशी बनी पर वे पराजित हो गई थीं।