रायगढ़। बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड मामले में उड़ीसा के पूर्व विधायक अनूप साय को हुई आजीवन कारावास की सजा। इसी मामले में अनूप साय का ड्राइवर वर्धन टोप्पो को किया गया बरी। रायगढ़ के पंचम अपर सत्र न्यायाधीश कमलेश जगदल्ला के न्यायालय ने सुनाया फैसला। इस मामले में शासन की ओर से लोक अभियोजक दीपक शर्मा कर रहे थे पैरवी। आपको बता दें कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रहे संतोष सिंह की सक्रियता से इस पूरे मामले को कार्यवाही के लिए दिशा मिली थी। ये मामला – रायगढ़ जिले के थाना चक्रधरनगर अन्तर्गत हमीरपुर मार्ग पर साढ़े तीन साल पहले मां शाकम्बरी प्लांट के पास महिला एवं बालिका के दोहरे हत्याकांड का खुलासा हुआ था। पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में आरोपी अनूप कुमार साय को गिरफ्तार किया, वह ओडिसा में तीन बार विधायक रह चुका था। आरोपी विधायक का नार्को टेस्ट भी कराया। घटनाक्रम 7 मई 2016 का है। ग्राम संबलपुरी थाना चक्रधरनगर निवासी कमलेश गुप्ता ने थाना में हमीरपुर मार्ग पर मां शाकंम्बरी प्लांट के रास्ते पर एक महिला और एक बालिका का शव पड़े होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें घटनास्थल के आसपास के ग्रामों में पूछताछ की, सीसीटीवी फुटेज, कई मोबाइल टावर के डाटा का एनालिसिस किया गया था। इस हत्याकांड की सुलझाने में तब एएसपी अभिषेक वर्मा व सीएसपी अविनाश सिंह ठाकुर के निर्देशन पर निरीक्षक विवेक पाटले, रूपक शर्मा, एसएन सिंह, गौरी शंकर दुबे, सउनि शशिदेव भोई, डीपी भारद्वाज, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, प्रधान आरक्षक श्यामलाल महंत, थाना चक्रधरनगर आरक्षक जगमोहन ओग्रे, रितेश दिवान, दिनेश गोंड, अखिलेश कुशवाहा, भवानी धांगर, महेश पंडा, सुरेन्द्र पोर्ते, बृजलाल गुर्जर, महिला आरक्षक रीना बुलबुल का योगदान था। तब आईजी बिलासपुर रहे दीपांशु काबरा ने रायगढ़ पुलिस को महत्वपूर्ण केस का खुलासा करने में सफलता के लिए एसपी रायगढ़ संतोष सिंह को प्रशंसा पत्र व जांच में लगी पूरी टीम को बीस हज़ार रुपये के नगद इनाम की घोषणा की थी।