रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के कुछ महीनों पहले विधानसभा टिकट घोषित कर नया प्रयोग कर सबको चोंका दिया। यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ में इतनी जल्दी 21 टिकट बांट दिए गए हैं। प्रयोगधर्मी पार्टी इसके पहले भी लोकसभा चुनाव में टिकट काटने का प्रयोग कर चुकी है। अब अंदरखाने से जो खबर निकल कर चर्चा में है वो भी चोंकाने वाली है। मामला प्रदेश महामंत्री के पदों पर बैठे नेताओं को लेकर है। कहा जा रहा है कि पार्टी मन बना रही है कि इन्हें चुनाव न लड़ा कर संगठन में ही काम लिया जाए। अगर ऐसा हुआ तो कई नेता जो उम्मीद लगाए बैठे हैं उनका क्या होगा ? खैर इससे भी उपर पार्टी विधानसभा चुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव में भी उतनी ही ताकत झोंकने की तैयारी कर रही है। ये प्रयोग उसी का हिस्सा माना जा रहा है।
हर फैसला दिल्ली से
छत्तीसगढ़ में टिकट से लेकर संगठन तक का अब हर फैसला दिल्ली संगठन से छनकर आ रहा है। ऐसे में उन नेताओं के लिए संकट की स्तिथि बन गई है जो प्रदेश बीजेपी को अपने तरीके से चलाने की कोशिश कर रहे थे। टिकटों में भी कई राउंड के सर्वे में छनकर आए नाम ही तय हो रहे हैं। प्रदेश के बड़े नेताओं की पैरवी इस बार नहीं चल पा रही है। ऐसे में बड़े नेताओं के टिकट की उम्मीद भी दिल्ली वालों के यहां है।