रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ.राकेश गुप्ता तथा आरटीआई विभाग के अध्यक्ष नितिन सिन्हा ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों पर ईडी का आक्रमण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मजबूत प्रशासनिक क्षमता का सबूत है छत्तीसगढ़ भाजपा नेताओं का भूपेश सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों की जद में सीधे मुक़ाबले में टिक न पाने मजबूरी यह भी है कि झूठ का भ्रमजाल रचो और सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के प्रयास करो..।
कांग्रेस की राजनीति में विचारधारा के स्तर पर और प्रशासनिक दक्षता के कारण एक मजबूत स्तंभ के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर उभरे भूपेश बघेल पर आक्रमण कांग्रेस की राजनीतिक धुरी को कमजोर करने का केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार का विफल प्रयत्न माना जाएगा क्योंकि भूपेश बघेल जी ने जो विगत चार वर्षों में योजनाओं के क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर किया है वह सरकार की नीतियों की सफलता है जिसका विरोध करने की स्थिति में भाजपा नेतृत्व नहीं है।
छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार के खिलाफ वित्तीय और प्रशासनिक अड़चनें पैदा करने के लगातार प्रयासों की विफलता ने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को हताश किया है फलस्वरूप केंद्र सरकार जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चुनावी और प्रशासनिक क्षमताओं को बाधित करने के अभियान में विफल रही तब उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रशासनिक ताने-बाने और ज़िम्मेदार अधिकारियों पर आक्रमण करना शुरू कर दिया है अब यह बात सार्वजनिक हो चली है कि पिछले ढाई साल से इनकम टैक्स और एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की कार्यवाहियाँ मुख्यमंत्री के निकटतम सहयोगियों के ऊपर लगातार की जा रही हैं । पुख्ता सबूतों के अभाव में शिथिल हो चली कार्यवाहियों के तारतम्य में हाल ही में ईडी और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा थर्ड डिग्री अपनाए जाने की खबर मीडिया और प्रशासन में आम हो चली है इसी थर्ड डिग्री और मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ देने वाली पूछताछ के कारण जांच एजेंसियों ने आनन-फानन में कुछ और प्रशासनिक अधिकारियों के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ सबूत जुटाने की कोशिश की है जिसके आने वाले समय में जोर पकड़ने की आशंका है जो कि केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग का मामला है।
इन दिनों जबकि भारत जोड़ो यात्रा की प्रभाछटा में देश में कांग्रेस के द्वारा उठाये जा रहे मुद्दों के आसपास राष्ट्रीय राजनीति का ध्रुवीकरण हो रहा है ऐसे समय में कांग्रेस के मुख्य सिपहसालार को कमजोर करने की कोशिश,छत्तीसगढ़ के संदर्भ में अभियान का रूप ले रही है. बेजोड़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सफल मॉडल ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेतागण,भूपेश बघेल की मजबूत छवि और उनकी जन कल्याणकारी सरकार के जमीनी स्तर पर पुख्ता होती ग्रामीण अर्थव्यवस्था के कामों से खुश हैं वास्तव में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के नेता छवि और प्रशासनिक क्षमता के कारण उनका तोड़ नहीं निकाल पा रहे हैं।
आईटी और ईडी की कार्यवाही की पृष्ठभूमि में यह बात तथ्यात्मक रूप से सच है कि छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र के रूप में स्वीकार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक और प्रशासनिक कौशल के सामने भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व राजनीतिक लड़ाई में लगातार पिछड़ता जा रहा है. 15 साल की भाजपा सरकार के बुरी तरह हारने और मैदानी राजनैतिक लड़ाई की इन्हीं कमजोरियों के चलते केंद्र सरकार को अपनी जांच एजेंसियों को भूपेश बघेल के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़कर ईडी वर्सेज़ भूपेश बघेल का वातावरण तैयार करना पड़ रहा है।
यह एक सबूत है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा ने मैदान छोड़ दिया है क्योंकि न किसानों का समर्थन उन्हें मिल रहा है और ना ही आदिवासी मज़दूर युवा या महिलाओं का विश्वास जीत पाने में उन्हें सफलता मिल पायी है।