भूटान : भूटान में तख्तापलट की बड़ी साजिश नाकाम हुई है। सरकार के खिलाफ षडयंत्र के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के दो जजों और सेना के अफसर को हिरासत में लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो आपराधिक साजिश रचने का खुलासा कुछ माह पहले एक महिला की गिरफ्तारी के बाद हुआ था जिसका संबंध साजिशकर्ताओं से था। इन पर मुख्य न्यायाधीश, सैन्य प्रमुख और लॉ अफसर को पद से हटाने की साजिश का आरोप है।
भूटान के सरकारी समाचार पत्र का दावा है कि रॉयल भूटान पुलिस ने बुधवार को प्राथमिक जांच के आधार पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश क्वेनले तेसरिंग, एसोसिएट जस्टिस येशे दौर्जी को इस मामले में गिरफ्तार किया।
इसी तरह रॉयल बॉडीगार्ड (आरबीजी) के पूर्व कमांडेंट ब्रिगेडियर थिनले तॉबगे को रॉयल भूटान आर्मी (आरबीए) के चीफ ऑपरेशन अफसर गूंगलोइन गोगंमा बातो तसेरिंग के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। थिंपू जिला अदालत में चार्जशीट दाखिल हो गई है। अगले 10 दिनों में सुनवाई संभव है।
कागजात पूर्व सैन्य अधिकारी ने न्यायाधीश तक पहुंचाए
पूर्व सैन्य अधिकारियों ने इन दस्तावेजों को महिला खांडू वांगमो के जरिए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश तेसरिंग तक पहुंचाए, जिससे उन पर मुकदमा दर्ज हो सके। मामले में दौर्जी सीधे तौर पर शामिल नहीं थे। उन्हें इस आधार पर हिरासत में लिया गया है कि उन्हें पूरे मामले की जानकारी थी।
शीर्ष पद पाने के लिए रची गई साजिश
रिपोर्ट की मानें तो तीनों ने शीर्ष पद पाने के लिए साजिश रची थी। मकसद सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश आरबीए सीओओ और एसोसिएट जस्टिस अटॉर्नी जनरल या रजिस्ट्रार जनरल बनना चाहते थे।
ब्रिगेडियर तॉबगे ने गैरकानूनी ढंग से आरबीए से जुड़े संयुक्त राष्ट्र से वाहन खरीद के कुछ जरूरी दस्तावेज उठाए और सार्वजनिक किया ताकि सीओओ की कार्यशैली पर सवाल उठ सके।