नई दिल्ली : हाल ही में देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों को राहत देते हुए सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में कटौती की थी, जिससे लोन सस्ता हो गया। अब सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी विभिन्न अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.20 फीसदी कटौती की घोषणा की है।
नई दरें 11 जुलाई 2020 से लागू होंगी। इस संदर्भ में बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि संशोधित एक वर्षीय एमसीएलआर 7.60 फीसदी की जगह 7.40 फीसदी होगी। तीन महीने और छह महीने के एमसीएलआर को घटाकर क्रमश: 7.10 फीसदी और 7.25 फीसदी कर दिया गया है। मालूम हो कि पिछले साल जुलाई से बैंक द्वारा लगातार 13 बार दर में कटौती की गई है।
क्या है एमसीएलआर ?
बैंकिंग क्षेत्र के नियामक रिजर्व बैंक ने एक अप्रैल 2016 से देश में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग के आधार पर एमसीएलआर की शुरुआत की थी। उससे पहले सभी बैंक आधार दर के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे।
ग्राहकों को होगा फायदा..
इससे ग्राहकों को काफी फायदा होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी होम लोन की ईएमआई में कमी आएगी। हालांकि अगर आपका होम लोन एसबीआई की एमसीएलआर दर से जुड़ा है, तो नई कटौती आपकी ईएमआई को तुरंत नीचे नहीं ला सकती है, क्योंकि एमसीएलआर आधारित कर्ज में आमतौर पर एक साल का रीसेट क्लॉज होता है। बता दें कि एमसीएलआर दरें बैंक की अपनी लागत पर आधारित होती है।
आइए जानते हैं और किन बैंकों ने लोन सस्ता किया है..
एसबीआई ने इतनी की थी कटौती
एसबीआई ने बुधवार को कहा था कि उसने कम अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर में 0.05 से लेकर 0.10 फीसदी तक कटौती की है। यह कटौती 10 जुलाई से लागू हो गई है। एसबीआई के जारी वक्तव्य में कहा गया है कि एमसीएलआर में यह कटौती तीन माह तक के लिये दिये जाने वाले कर्ज पर लागू होगी। एमसीएलआर में की गई इस कटौती के बाद तीन माह तक की अवधि के कर्ज पर बैंक की ब्याज दर घटकर 6.65 फीसदी वार्षिक रह जायेगी। यह दर बैंक की बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर (ईबीएलआर) के बराबर हो गई है। स्टेट बैंक की एमसीएलआर दर में की गई यह लगातार 14वीं कटौती है। इस कटौती के बाद भी यह दर बाजार में सबसे कम है।
एमसीएलआर में की गई इस कटौती के बाद तीन माह तक की अवधि के कर्ज पर बैंक की ब्याज दर घटकर 6.65 फीसदी वार्षिक रह जायेगी। यह दर बैंक की बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर (ईबीएलआर) के बराबर हो गई है। स्टेट बैंक की एमसीएलआर दर में की गई यह लगातार 14वीं कटौती है। इस कटौती के बाद भी यह दर बाजार में सबसे कम है। सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने भी सभी अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.25 फीसदी तक कटौती की है।
HDFC बैंक ने भी दिया ग्राहकों को लाभ…
एसबीआई से पहले एचडीएफसी बैंक भी लोन की ब्याज दरें घटा चुका है। एचडीएफसी ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.20 फीसदी की कटौती की है। नई दरें आज 7 जुलाई से लागू हो गई। अब एचडीएफसी बैंक के एक साल के लिए एमसीएलआर दर 7.65 फीसदी से घटकर 7.45 फीसदी हो गई है। इस कटौती के साथ ही बैंक से जुड़े होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई कम हो जाएगी।
इन बैंकों ने भी की घोषणा…
इतना ही नहीं, सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी ग्राहकों को राहत दी है। केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एमसीएलआर में क्रमश: 0.10 फीसदी और 0.20 फीसदी की कटौती की घोषणा की। यह कटौती सभी अवधि के कर्ज पर की गयी है जो सात जुलाई से प्रभाव में आ गई है।
केनरा बैंक ने इतनी की कटौती…
बंगलूरू स्थित केनरा बैंक ने एक साल के एमसीएलआर को घटाकर 7.55 फीसदी कर दिया है जो पहले 7.65 फीसदी थी। केनरा बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि एक दिन और एक महीने के लिये ब्याज दर 0.10 फीसदी घटाकर 7.20 फीसदी कर दिया गया है। वहीं तीन महीने के लिये एमसीएलआर 7.55 फीसदी से कम कर 7.45 फीसदी कर दिया गया है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने इतना दिया लाभ…
पुणे के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने एक साल के एमसीएलआर को कम कर 0.20 फीसदी कम कर 7.50 फीसदी कर दिया है। अबतक यह 7.70 फीसदी थी। एक दिन, एक महीने और तीन महीने के कर्ज के लिये एमसीएलआर अब क्रमश: 7 फीसदी (अबतक 7.20 फीसदी), 7.10 फीसदी (7.30 फीसदी) और 7.20 फीसदी (अबतक 7.40 फीसदी) होगी।