स्वच्छता स्थायित्व, समुदाय की सहभागिता और साफ-सफाई की आदतों को प्रेरित करने अच्छा काम करने वालों को पुरस्कार – टी.एस. सिंहदेव

गांवों में स्वच्छता को बढ़ावा देने 4.34 करोड़ के पुरस्कार

राज्य स्वच्छता पुरस्कार-2020 के तहत स्वच्छ भारत मिशन देगा 15 श्रेणियों में पुरस्कार

मुख्यमंत्री चयनित पंचायतों एवं प्रतिभागियों को गांधी जयंती पर करेंगे पुरस्कृत, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने की पुरस्कारों की घोषणा

30 जुलाई से 15 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन

रायपुर.। . गांवों में स्वच्छता को बढ़ावा देने राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) द्वारा चार करोड़ 34 लाख रूपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इन पुरस्कारों के लिए चयनित ग्राम पंचायतों और प्रतिभागियों को गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को पुरस्कृत करेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज राज्य स्वच्छता पुरस्कार-2020 के तहत 15 श्रेणियों में दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि खुले में शौचमुक्त हो चुके गांवों में इसका स्थायित्व बरकरार रखने, समुदाय की सहभागिता और लोगों में साफ-सफाई की अच्छी आदतों को प्रेरित करने ये पुरस्कार दिए जा रहे हैं। स्वच्छता को बढ़ावा देने अलग-अलग स्तरों पर अलग-अलग तरह के बेहतर काम करने वाले विभिन्न वर्गों को पुरस्कृत किया जाएगा।

श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रतिभागियों के बीच इन पुरस्कारों के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की आदतों और व्यवहार में दीर्घकालिक बदलाव लाने में मदद मिलेगी। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन तथा महिलाओं एवं किशोरियों में माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने में भी इससे सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ स्वच्छ भारत मिशन के क्रियान्वयन में अग्रणी राज्य है। मिशन द्वारा इस प्रोत्साहन से ग्रामीणों में स्वच्छता की उत्कृष्ट स्थिति प्राप्त करने और उसे लगातार बनाए रखने की जागृति पैदा होगी। चयनित विजेताओं को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।

राज्य स्वच्छता पुरस्कार-2020 के तहत *स्वच्छ सुंदर शौचालय पुरस्कार* के प्रत्येक विजेता हितग्राही को 5001 रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर दस-दस हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। *स्वच्छ सुंदर सामुदायिक शौचालय पुरस्कार* जिला एवं राज्य स्तर पर दिए जाएंगे। जिला स्तर की विजेता ग्राम पंचायत को 21 हजार रूपए और राज्य स्तरीय विजेता पंचायत को एक लाख रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। राज्य स्तर पर *उत्कृष्ट सेग्रिगेशन शेड* के लिए चयनित ग्राम पंचायत को एक लाख रूपए दिए जाएंगे। *माहवारी स्वच्छता प्रबंधन* के लिए दो श्रेणियों में विजेताओं का चयन किया जाएगा। जिला स्तर की विजेता पंचायत को 21 हजार रूपए और राज्य स्तरीय विजेता को 51 हजार रूपए के पुरस्कार से नवाजा जाएगा।

विद्यार्थियों में भी स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने स्कूलों के माध्यम से *उत्कृष्ट निबंध सृजन प्रतियोगिता* आयोजित की जाएगी। जिला स्तर पर पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल दो अलग-अलग वर्गों में आयोजित इस प्रतियोगिता के दोनों वर्गों के विजेताओं को 21 हजार रूपए, 11 हजार रूपए और पांच हजार रूपए के क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। जिला स्तर पर आयोजित *उत्कृष्ट नारा लेखन प्रतियोगिता* के तीन विजेताओं को 21 हजार रूपए, 11 हजार रूपए और पांच हजार रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। *दीवार लेखन प्रतियोगिता* के तहत जिला स्तर पर स्वच्छाग्रही या स्वसहायता समूह के प्रतिभागियों द्वारा दस सर्वश्रेष्ठ लेखन को प्रत्येक को पांच हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।

*प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायतों* को जिला एवं राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। जिला स्तरीय विजेता को 21 हजार रूपए और राज्य स्तरीय विजेता को एक लाख रूपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत काम कर रहे स्वसहायता समूहों में से *उत्कृष्ट स्वच्छाग्रही समूह पुरस्कार* के जिला स्तरीय विजेता को 21 हजार रूपए एवं राज्य स्तरीय विजेता को 51 हजार रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। राज्य स्तर पर *उत्कृष्ट बायोगैस संयंत्र पुरस्कार* की विजेता ग्राम पंचायत को 51 हजार रूपए दिए जाएंगे। एस.ई.सी.एल. की सहायता से संचालित *दिव्यांगों के लिए सामुदायिक शौचालय निर्माण* की पायलट परियोजना के अंतर्गत तीन सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतों को क्रमशः ढाई लाख रूपए, डेढ़ लाख रूपए और एक लाख रूपए के पुरस्कार से नवाजा जाएगा।

*सामुदायिक शौचालय के उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजायन प्रतियोगिता* के तहत तीन वर्गों में पुरस्कार दिए जाएंगे। राज्य स्तरीय इस प्रतियोगिता में साढ़े तीन लाख रूपए, साढ़े चार लाख रूपए और साढ़े पांच लाख रूपए लागत के सामुदायिक शौचालय का उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन प्रस्तुत करने वाले एक-एक आर्किटेक्ट या इंजीनियर को 51 हजार रूपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। *सेग्रिगेशन शेड का उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन* बनाने वाले तीन विजेताओं को राज्य स्तर पर क्रमशः 21 हजार रूपए,11 हजार रूपए और पांच हजार रूपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। *गांव को स्वच्छ बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्ययोजना (Best Working Plan)* सुझाने वाले तीन व्यक्तियों को क्रमशः 21 हजार रूपए,11 हजार रूपए और पांच हजार रूपए के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इसी तरह से *ग्रामीण स्वच्छता के संबंध में सर्वश्रेष्ठ नवाचार* का सुझाव देने वाले तीन प्रतिभागियों को क्रमशः 21 हजार रूपए,11 हजार रूपए और पांच हजार रूपए के पुरस्कार दिए जाएंगे।

इन प्रतिस्पर्धात्मक पुरस्कारों के साथ ही प्रदेश के एक जिले को एक करोड़ रूपए का स्वच्छता स्थायित्व पुरस्कार, तीन विकासखंडों को 50-50 लाख रूपए और पांच ग्राम पंचायतों को 20-20 लाख रूपए के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इन पुरस्कारों के लिए आवेदन 30 जुलाई से लिए जाएंगे। प्रविष्टि जमा करने की अंतिम तिथि 15 अगस्त रखी गई है। प्रविष्टि निर्धारित प्रारूप में आवेदन और फोटो के साथ संबंधित जनपद पंचायत के माध्यम से भेजी जा सकती हैं।

सामुदायिक शौचालय के उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजायन प्रतियोगिता, सेग्रिगेशन शेड के उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन प्रतियोगिता, गांव को स्वच्छ रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्ययोजना (Best Working Plan) और ग्रामीण स्वच्छता के संबंध में सर्वश्रेष्ठ नवाचार के सुझाव के लिए प्रविष्टि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के राज्य कार्यालय को भेजना होगा। अलग-अलग पुरस्कारों के लिए प्राप्त प्रविष्टियों के अंतर्विकासखंड दल, अंतर्जिला दल और राज्य स्तरीय दल या एजेंसी द्वारा भौतिक सत्यापन के बाद विकासखंड स्तरीय, जिला स्तरीय एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार चयन समिति द्वारा विजेताओं का चयन किया जाएगा।

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