इन्दोर / मात्र 3 वर्ष की नंन्ही आयु में जैन धर्म के सिद्धांतो , संस्कारो को अंगीकार करते हुए व्यवहारिक जीवन मे प्रमाणित करते हुए मोक्ष सप्तमी पर निर्जला उपवास की तप और त्याग की साधना करने वाली भक्त प्रहलाद नगर निवासी काला परिवार ( बिजली वाले ) की *बिटिया कु.जीविशा* (जयेश -आयुषी काला ) व मात्र 7 वर्ष की आयु में पहला उपवास कर तप साधना करने वाली बिटिया *फलक* 07 वर्ष (वरूण स्वीटी काला) का दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद ने सम्मान कर अनुमोदना की ।
उक्त जानकारी देते हुए प्रवक्ता मनीष अजमेरा ने बताया कि इस अवसर पर सामाजिक संसद अध्यक्ष नरेंद्र वेद ने कहा कि
श्री पार्श्वनाथ भगवान के निर्वाणोत्सव पर साता व सरल परिणामो के साथ मोक्ष सप्तमी का निर्जल उपवास निर्विघ्न सम्पन्न करना धार्मिक सुसंस्कारों का ही परिणाम है । प्रारम्भ में मंगलाचरण पूनमचंद सतभय्या व नीरज जैन ने किया ।
अल्प आयु में कठिन निर्जला उपवास की तप साधना करने वाली कु.जीविशा व कु.फलक का सम्मान करते हुए सामाजिक संसद पदाधिकारियों ने प्रशस्ति सम्मान पत्र भेंट किया ।
इस अवसर पर संसद पदाधिकारी नकुल पाटोदी , पिंकेश टोंग्या , सुरेंद्र बाकलीवाल , पूनमचंद सतभय्या, अशोक काला ,डी के जैन , रवि जैन , जेनेश झांझरी , अनामिका मनोज बाकलीवाल , संजय जैन , राजेश नीता जैन , आनंद कासलीवाल ,राजेश गंगवाल , नीरज जैन , मुकेश टोंग्या , हर्ष गोधा , सावन पहाड़िया , राजेश कानूनगो , दीपिका अजमेरा , पिंकी पाटोदी आदि उपस्थित थे । सभी वक्ताओं ने बाल्यकाल में सृजित आत्मबल के साथ दोनों बेटियों के सुंदर व उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ बधाई व शुभकामनाए दी । इस अवसर पर संसद द्वारा बच्चो में धार्मिक संस्कारो का बीजारोपण करने वाले काला परिवार के भरत काला , विनोद काला , अनिल काला व बेटियों के माता पिता जयेश – आयुषी व वरुण – स्वीटी काला का भी सम्मान किया गया ।
प्रशस्ति सम्मान पत्र का वाचन व संचालन मनीष अजमेरा ने किया । आभार विनोद काला ने माना ।