विपुल कनैया,राजनांदगांव : छत्तीगढ़ के प्रथम पूर्व मुख्यमंत्री एवं मरवाही विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजित जोगी के दिवंगत होने से रिक्त हुए शीट पर पुनःनिर्वाचन आयोग के मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ में की राजनितिक सरगर्मी तेज होने लगी उस रिक्त हुए एक पद को लेकर भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी के अलावा तीसरी पार्टी के रूप में चुनाव लड़ चुकी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस भी पीछे नही रही ।
वही अमित जोगी ने भी अपने पिता के पश्चात उनकी जगह लेने नामांकन दाखिल किया लेकिन अजित जोगी के जाति प्रमाण पत्र का मामला तूल पकड़ने लगी और नामांकन रद्द होने से सत्ता में काबिज भूपेश बघेल की सरकार पर जनता कांग्रेस ने सीधे तौर आरोप लगाया कि यह सत्ता पक्ष की कूटनीति के चलते नामांकन रद्द होने के साथ गंभीर आरोप लगाए वही प्रदेश भर में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओ में इस बात को लेकर प्रदेश की भूपेश सरकार के प्रति आक्रोश के चलते सभी जगहों में कही पुतला दहन तो कही पर धरना प्रदर्शन होने लगा वही डोंगरगढ़ में भी जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भूपेश बघेल का पुतला फूंका जिसे पुलिस बड़ी मुश्किल से रोकने का प्रयास किया लेकिन पुतला जल गई