बस्तर : प्रदेश के 16278 शिक्षाकर्मियों का 1 नवंबर को संविलियन होना प्रस्तावित है लेकिन जिस प्रकार की स्थिति जनवरी में शिक्षाकर्मियों के संविलियन में बनी और शिक्षाकर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा उसे देखते हुए शिक्षाकर्मियों के संगठन संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे और जिला संयोजकों ने संविलियन प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए प्रदेश भर के जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपा है और उन से निवेदन किया है की संविलियन की प्रक्रिया को सरल और त्रुटि रहित बनाने के लिए उनके द्वारा दिए गए सुझाव पर संज्ञान लें ।
संविलियन अधिकार मंच ने अपने पत्र में लिखा है कि जिला पंचायत सीईओ सभी प्राचार्य डीडीओ और विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करें की
1. जिन शासकीय उच्चतर माध्यमिक शालाओं के प्राचार्य के पास स्वयं का आहरण संवितरण अधिकार है उनके संस्था में कार्यरत पंचायत संवर्ग के कर्मचारियों का कार्मिक संपदा प्रपत्र एवं उनके डीडीओ के अंतर्गत कर्मचारी प्रविष्टि की कार्यवाही समयबद्ध तरीके से सम्पन्न हो ।
2. जिन हाई स्कूल प्राचार्य के पास आहरण संवितरण अधिकार नहीं है वह अपने संस्था में कार्यरत कर्मचारियों के कार्मिक संपदा प्रपत्र को पूर्ण रूप से भर कर संबंधित कार्यालय में समय पर जमा करवाएं ।
3. प्रान शिफ्टिंग के बिना पंचायत संवर्ग के कर्मचारियों को आगामी माह का वेतन समय पर भुगतान करना संभव नहीं हो पाता है अतः संविलियन होने वाले शिक्षाकर्मियों का प्रान शिफ्टिंग फॉर्म समय पर शिफ्ट करवाना सुनिश्चित करें तथा जिन कर्मचारियों का प्रान जनरेट नहीं हो सका है उनका प्रान जेनरेट करवाना तथा जिनके खाते में अंशदायी पेंशन योजना की राशि नहीं गई है उसे डलवाना सुनिश्चित करवाएं ।
प्रकाश महापात्र बोले-“संविलियन पूर्व लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए संविलियन अधिकार मंच लगातार है प्रयासरत।”
जिला संयोजक बस्तर प्रकाश महापात्र संविलियन अधिकार मंच के साथियों के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बस्तर के नाम ज्ञापन सौंपकर शिक्षाकर्मियों के समस्त लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए निवेदन किया है।
प्रकाश महापात्र ने बताया कि प्रदेश संयोजक विवेक दुबे जी के निर्देश एवं कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप पांडेय व प्रदेश सचिव विनय मौर्य जी के मार्गदर्शन में पूरे प्रदेश में शिक्षाकर्मियों के लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए ज्ञापन सौंपा जा रहा है इसी क्रम में बस्तर जिले में भी आज ज्ञापन दिया गया है हमें उम्मीद है कि 1 नवंबर संविलियन दिवस के पूर्व ही हमारी समस्त लंबित समस्याओं का निराकरण हो जाएगा।