बसन्त चन्द्रा जांजगीर चाम्पा : डभरा नगर पंचायत डभरा के वार्ड नंबर दो में रहने वाले कन्हाईदास वैष्णव जी की 75 वर्ष मे मौत हो गई इस पिता की पांच बेटियां है एक बडी बेटी का कुछ वर्ष पुर्व स्वर्गवास हो गया है, पिता अपने बेटियों को बेटों से कम नहीं समझते थे और उन्हे बेटों की तरह ही पाला है आज उसका यही विश्वास नगर पंचायत में उदाहरण बना हुआ है,
जी हां हम बात कर रहे हैं जांजगीर-चांपा जिले के अंतिम छोर में बसे नगर पंचायत डभरा की जहां वार्ड नंबर 2 में रहने वाले कन्हाईदास वैष्णव के परिवार की बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया,इन बेटियों की साहस देखकर नगर वासियों के आंख से आंसू गिर पड़े और उन समाज के ठकेदारो के मुंह पर तमाचा है जो बेटा बेटा कहते हुए बेटियों का भी सम्मान करना भूल जाते हैं,और बेटियों का तिरस्कार करते है
आज दुनिया इतनी तरक्की कर ली है कि बेटे और बेटियों में फर्क नहीं है जिसे सिद्ध कर दिया नगर पंचायत की बेटियों ने,
वार्ड नम्बर 2 की बटियां जिन्होंने अपने पिता की अर्थी को कंधा देकर बेटे होने का फर्ज निभाया है इन बेटियों को नगर पंचायत डभरा का सलाम है