रायपुर। हड़ताल पर चल रहे एनएचएम कर्मचारियों ने प्रदेश की जनता से पत्र लिखकर माफी मांगी है। क्यों, पढ़िए इस पत्र को-
प्यारी छत्तीसगढ़िया जनताएजय जोहार
आज मन बहुत दुखी है आप से ये बात कहते हुए कि कोरोना संकट की इस घड़ी में हम मजबूरन आपकी सेवा से विराम लेते हुए हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हैं । लेकिन ये जान लीजिएए हम लोग भी आप के ही बीच के छतीसगढ़ी भाई.बहन हैंए हम अपनी समस्याओं के लिए किसके पास जाएं आखिर घ् ना जाने कितने वर्षों से हम लोग स्वास्थ्य विभाग में संविदा की नौकरी कर रहे हैं। समाज में लोगो को लगता है कि हम सरकारी नौकरी कर रहे हैं पर सच तो ये है कि संविदा की इस नौकरी में मिलने वाले अल्प वेतन में हम लोग उसी प्रकार अपने परिवार का भरण.पोषण करते हैं जैसा एक आम गरीब भारतीय करता है। हम पर भी अपने परिवार एबच्चों की रोजी रोटीएउनके सपनों की जिम्मेदारी है जो इस हालत में हम लोग पूरी नहीं कर पाते। उस समय बड़ा बुरा लगता भी जब बच्चे कोई चीज मांगते है और हम लोग बाद में लेंगे बोल के उनको टरका देते हैं एऔर वो कल कभी नहीं आता। हमारे लिए भी महंगाई उतनी ही तकलीफ देय होती है जितनी औरों के लिए। सीमित आय में कैसे गुजारा होता होगा ये आप से अच्छा कौन जानेगा।
इस समय पूरी दुनिया में कोरोना का संकट हैए इससे निपटने में हम लोगों ने दिन रात एक कर दिएए ना अपनी सुरक्षा की चिंता की ना परिवार के भविष्य का ख्याल रखा । इस कोरोना ने हमारे कई साथियों को न केवल संक्रमित किया बल्कि कुछ साथियों को असमय ही अपनी जान गंवानी पड़ी। कितनी दुःखद बात है ना कि एक तरफ सरकार हमको कोरोना योद्धा कहती है दूसरी तरफ एक निम्न जीवन स्तर जीने के लिए मजबूर करती है । केवल तारीफ और सम्मान से पेट नहीं भरता ना ही जीवन चलता है।
और जब हम अपनी मांगों के लिए उच्च स्तर या सरकार के पास हाथ जोड़ते हैं तो हमें दुत्कार दिया जाता है । हर बार की तरह इस बार भी यही हुआए बार .बार हाथ जोड़ने की बाद भी सत्ता हमें कुचलने की धमकी देती रही। हमारे निवेदन को अनुसना कर दिया जाता रहा। बहुत दुःखी हैं हम लोग यह देख के कि बड़े लोगए प्रदेश के विधायकए अधिकारी हाथ उठा के अपना पैसा खुद ही बढ़ा लेते हैं और हमको उपेक्षित कर देते हैं।
ऐसे में हम सभी बहुत निराश हैं । एक व्यक्ति की पहली प्राथमिकता उसका परिवार होता है एहमारा भी है। सरकार के इस घमंडी रवैया ने हम सभी को हताशा के उस मोड़ पर पहुँचा दिया है जहाँ से हमारे सामने सारे विकल्प खत्म हो गए। इस हताशा और सरकार के कर्मचारी.आमजन विरोधी रुख के कारण दिनांक 19ण्09ण्2020 से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने काए दुखी मन से निर्णय लिए हैं।
आज के इस दिन हम लोग आप से केवल हाथ जोड़ कर क्षमा मांग सकते हैं पर क्या करें और कोई रास्ता नहीं बचा हमारे पास ।
हो सके तो हमको माफ कर दीजिए।
आप के ही बीच के छत्तीसगढ़िया भाई.बहन।
जय छत्तीसगढ़ ।